नई दिल्ली: – मुंबई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा NIA की खास सेल में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रहा है। शनिवार को एनआईए ने राणा से 30 सवाल किए थे लेकिन आरोपी ने उनमें से कई के ठीक से जवाब नहीं दिए थे। हालांकि अभी राणा से एनआईए की काफी लंबी पूछताछ चलेगी। मुंबई हमले को लेकर टीम यह पता लगाना चाह रही है कि राणा ने 2008 में दुबई में किस व्यक्ति से बातचीत की थी। क्या मुंबई हमले के दौरान भी राणा उस शख्स के संपर्क में था और उसे भी हमले के बारे में पूरी जानकारी थी। यदि इस बात का पता चलता है तो ये बड़ी जानकारी होगी।
तहव्वुर राणा का दुबई में उस शख्स के साथ क्या नाता है फिलहाल इस बारे में NIA ये पता लगाना चाह रही है। इस बारे में यदि जानकारी मिल गई तो ये पता चल सकता है कि इस साजिश में दुबई में बैठा वह शख्स भी शामिल था। हालांकि राणा से ये बातें कबूल करवाने के लिए टीम को उंगली टेढ़ी करनी होगी।
राणा का वॉयस सैंपल लेने की तैयारी
एनआईए (NIA) की टीम अब आरोपी तहव्वुर राणा का वॉयस सैंपल लेने की तैयारी कर रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि राणा ने दुबई के जिस व्यक्ति से बात की थी उसे हमले के बारे में जानकारी थी या नहीं। ऐसे में राणा के वॉयस सैंपल (Voice Sample) की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए एनआईए को राणा की अनुमति लेनी पड़ेगी। यदि राणा ने सैंपल देने से मना कर दिया तो टीम को दूसरा रास्ता अपनाना पड़ेगा।
कोर्ट से लेनी होगी वॉयस सैंपल के लिए परेशानी
तहव्वुर राणा ने अगर वॉयस सैंपल देने से एनआईए को इनकार कर दिया तो इसके लिए टीम को पहले कोर्ट से परमीशन लेनी पड़ेगी। कोर्ट जब वॉयस सैंपल लेने की अनुमति देगी तभी इस दिशा में आगे काम बढ़ सकेगा। कॉल डीटेल्स भी खंगाली जाएगी। वॉयस सैंपल मैच करने पर साजिश के बारे में कुछ पता चल पाने की उम्मीद बढ़ जाएगी।
ISI और लश्कर-ए-तैयबा की बैठक में वर्दी पहनकर जाता था राणा
पाक सेना में होने के बाद भी तहव्वुर राणा का आतंकियों के साथ उठना बैठना था। वह पहले आईएसआई के संपर्क में आया और फिर लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठनों से भी जुड़ गया। आतंकी संगठनों की बैठकों में आरोपी तहव्वुर पाक सेना की वर्दी में जाया करता था। राणा ने बताया कि उसने कई आतंकी कैंपों का दौरा भी किया। यह भी बताया कि मुंबई हमले में शामिल एक मुख्य साजिशकर्ता साजिद मीर से भी उसका संपर्क था।