वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार-
स्किन कैंसर होने की एक बड़ी वजह सूरज की हानिकारक किरणें हैं. अन्य कारणों में बहुत ज्यादा केमिकल वाले कॉस्टमेटिक्स का इस्तेमाल, प्रदूषण भी शामिल हैं. मेलेनोमा स्किन कैंसर का सबसे भयानक रूप होता है, तो आज हम स्किन कैंसर के लक्षणों के बारे में जानने वाले हैं. अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
बासल सेल कार्सिनोमा, स्क्वेमस सेल कार्सिनोमा और मेलेनोमा जैसे कैंसर में हर वक्त खुजली की समस्या हो सकती है, साथ ही जलन और दर्द भी. ये लक्षण खासतौर से अगर स्किन पर कहीं चकत्ते या घाव हैं, तो वहां ज्यादा होती है.
मर्केल सेल कार्सिनोमा कैंसर में रेड कलर के मस्से बढ़ने लगते हैं. जो उभरे हुए होते हैं लेकिन किसी तरह की कोई खास परेशानी इनसे नहीं होती. त्वचा के जिन हिस्सों को सीधी धूप पड़ती है वहां इनके होने की संभावना ज्यादा होती है.
अगर घाव जल्दी नहीं भर रहे, तो इसे भी हल्के में न लें, क्योंकि ये भी स्किन कैंसर का एक संकेत हो सकता है. बासल सेल कार्सिनोमा और स्क्वेमस सेल कार्सिनोमा जैसे स्किन कैंसर बहुत तेजी से फैलते हैं और ध्यान न देने पर थोड़े वक्त में ही गंभीर भी हो सकते हैं, इसलिए घाव नहीं ठीक नहीं होते.
जाने ये है स्किन कैंसर के बचाव के
- धूप में निकलने से पहले चेहरे और हाथ-पैरों को अच्छे से कवर करके निकलें. यूवी प्रोटेक्शन वाला चश्मा पहनें.
- लंबे समय तक धूप में न रहें. सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे की धूप सबसे ज्यादा खतरनाक होती है, तो इससे बचकर रहें
- मौसम कोई भी हो सनस्क्रीन जरूर लगाएं।