मध्यप्रदेश:- पेट की समस्याओं से जूझने वाले लोगों को अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जो नुकसान तो बिल्कुल न करें और पेट को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ आराम भी दें.
गर्मियों के मौसम में ज्यादातर लोगों को भूख कम लगने लगती है. ज्यादा तापमान के कारण बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं, जो पेट से जुड़े कई रोगों को जन्म देते हैं. इसके साथ ही ज्यादातर लोगों को पेट फूलने और कब्ज की समस्या भी होने लगती है. ऐसे में शरीर को ठंडा रखने के लिए अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. गर्मियों में तेज धूप का असर सीधे हमारे शरीर पर पड़ता है. जरा सी लापरवाही अपच और पेट से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बन जाती है. इसलिए अपने खानपान में ठंडी और फर्मेंटेड चीजों को शामिल करना चाहिए जो हमें हाइड्रेट रखती हैं. इसके अलावा पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करती हैंे.
विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मियों में कुछ पेय पदार्थ न सिर्फ पाचन के लिए बल्कि हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियों से भी बचाएंगे. यदि आप अपच, गैस, पेट फूलना और भूख में कमी जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो आपको अपने खानपान में इन चीजों को शामिल करना चाहिए.
दही
अगर आपके पेट में गर्मी बढ़ गई है, तो दही का सेवन आपके पेट की गर्मी को दूर कर सकता है. यह फर्मेंटेड, प्रोबायोटिक्स और पोषक चीजों से भरपूर होता है. यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करने में मदद करता है.
कांजी
चावल और पानी से बनने वाला कांजी गर्मियों के लिए बहुत ही अच्छी डिश है. इसे खाने से डिहाइड्रेशन, दस्त जैसी समस्याओं से फायदा मिलता है. इसके अलावा ल्यूकोरिया के इलाज में भी बेहद फायदेमंद होता है. फाइबर से भरपूर कांजी को पीने से पेट और शरीर दोनों को ठंडक मिलती है.
कोम्बुचा
यह एक फर्मेंटेड चाय है. जिसे यीस्ट और बैक्टीरिया को आपस में मिलाकर तैयार किया जाता है. माना जाता है कि कोम्बुचा की खोज चीन में हुई है. यह हमारे शरीर के पाचन को दुरुस्त रखने में भी मदद करती है.
छाछ
यह स्वाद में खट्टा होता है. गर्मियों में शरीर को ठंडक देने में बेहद कारगर है. छाछ की तासीर ठंडी होती है. ऐसे में अपनी सेहत को बनाए रखने के लिए अपनी डाइट में रोजाना छाछ को शामिल जरूर करें. छाछ प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम का अच्छा सोर्स है.
नारूनेंदी शरबत
यह दक्षिण भारत का पारंपरिक शरबत है. स्वाद में यह मीठा और खट्टा होता है. हमारे शरीर के पाचन और डिटॉक्स को बनाएं रखने मदद करता है.