: डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और दिल के रोगों की तरह धीरे-धीरे बालों से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ रही हैं. बालों में डैंड्रफ और टूटने के अलावा, कई लोग बालों के सफेद होने की समस्या से जूझ रहे हैं. ये प्रॉब्लम बच्चों में भी देखी जा रही है. कम उम्र में बालों के सफेद होने से न सिर्फ लुक बिगड़ती है बल्कि कॉन्फिडेंस में भी कमी देखने को मिलती है. कई लोग तो सफेद बालों के डर मेहंदी और कलर करना पसंद करते हैं.लेकिन 20 से 25 साल की उम्र में ही अगर आपके बाल सफेद होने शुरू हो जाएं तो ये वाकई परेशान करने वाली चीज है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब कम उम्र में ही सफेद होने लगें तो समझा जा सकता है कि शरीर में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा. ऐसा किसी समस्या के चलते हो रहा है.हार्मोन का बैलेंस बिगड़नात्वचा और बालों से जुड़े रोगों के एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर में हार्मोन का असंतुलन बालों पर भी असर डालता है. इससे आपके बालों का टेक्सचर खराब होता है या समय से पहले सफेद भी हो सकते हैं.
जेनेटिक कारणएक्सपर्ट्स का कहना है कि डायबिटीज की तरह बालों की समस्या भी जेनेटिक हो सकती है. फैमिली में अगर बालों के सफेद होने की हिस्ट्री होगी तो ऐसा परिवार के किसी दूसरे सदस्य के भी हो सकता है. जिन लोगों के परिवार में पेरेंट्स के बालजल्दी सफेद हुए होंगे वहां अगली पीढ़ियों के बाल भी समय से पहले सफेद होने लगते हैं.
ये भी हैं कारणतनावबालों के केमिकल वाले प्रोडक्ट्सधूम्रपान की आदतधूप में ज्यादा समय तक रहने से बालों को होने वाला डैमेजकैसे करें बचावहेल्थ एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि कई बार शरीर में विटामिन बी12 का लेवल कम हो जाता है, इसके कारण भी बाल सफेद हो जाते हैं.अपने बालों को हेल्दी और काले रखने के लिए विटामिन बी12 से भरपूर फूड्स खाएं.