भारत के शेयर बाजार ने इस साल लंबी छलांग लगाई है. साल के आखिरी कारोबारी दिन बाजार में गिरावट के बाद भी सेंसेक्स में पूरे 18 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिला और निफ्टी ने करीब 20 फीसदी का रिटर्न दिया है. जिसकी वजह से शेयर बाजार के मार्केट कैप में करीब 82 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस तेजी की वजह से चीन और हॉग्कॉन्ग के बाजार काफी टेंशन में है. भारत कभी भी दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार बनकर हॉन्गकॉन्ग को पीछे छोड़ सकता है. तो आइए आज साल के आखिरी कारोबारी दिन चर्चा करते हैं कि भारत के साथ दुनिया के टॉप शेयर बाजारों का किस तरह का प्रदर्शन देखने को मिला है.
सेंसेक्स 72 हजार के पारबांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स साल 2023 में सबसे ज्यादा इजाफा देखने को मिला है. आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स में इस साल 11400 अंकों की तेजी देखने को मिल चुकी है. इसका मतलब है कि सेंसेक्स ने इस साल निवेशकों को 18.10 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है. साल के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 72,240.26 अंकों पर बंद हुआ.
खास बात तो ये है कि सेंसेक्स दुनिया का पांचवां सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला इंडेक्स बन गया है.निफ्टी ने भी दिया मोटा रिटर्नवहीं दूसरी ओर निफ्टी ने भी निवेशकों को मोटा रिटर्न दिया है. ऐसा लग रहा था कि निफ्टी 22 हजार अंकों के आंकड़ें को छू लेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता और साल के आखिरी कारोबारी दिन निफ्टी 21,731.40 अंकों पर बंद हुआ. वैसे पिछले साल के आखिरी कारोबारी दिन निफ्टी 18,105.30 अंकों पर था. इसका मतलब है कि इस साल निफ्टी में 3,626.1 अंकों का इजाफा देखने को मिला है.
इसका मतलब है कि निफ्टी ने इस साल निवेशकों को करीब 20 फीसदी का रिटर्न दिया है.
निवेशकों की भरी झोलीवहीं इस साल निवेशकों की झोली भी काफी भरी है. जैसा कि आपको पता है कि बीएसई का मार्केट कैप निवेशकों की कमाई से जुड़ा हुआ है. बीएसई का मार्केट कैप 364 लाख करोड़ रुपए पार कर चुका है. आने वाले समय में ये आंकड़ा 400 करोड़ रुपए भी देखने को मिल सकता है. आंकड़ों के अनुसार पिछले साल आखिरी कारोबारी दिन बीएसई का मार्केट कैप 2,82,38,247.93 करोड़ रुपए था. इस साल के आखिरी कारोबारी दिन बीएसई का मार्केट कैप 3,64,28,846.25 करोड़ रुपए पर आ गया है. इसका मतलब है कि इस साल बीएसई के मार्केट कैप में 82 लाख करोड़ रुपए का फायदा हो चुका है.
चीन और हॉन्गकॉन्ग पस्तग्लोबल बाजारों की बात करें तो चीन और हॉन्गकॉन्ग विदेशी निवेशकों की बेरुखी की वजह से हांफते हुए दिखाई दिए. जहां एक ओर चीन ने निवेशकों को 14 फीसदी से ज्यादा का नुकसान कराया है. जबकि हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग ने निवेशकों का 15 फीसदी से ज्यादा का नुकसान कराया. अमेरिका के नैस्डैक ने निवेशकों को सबसे ज्यादा 45.33 फीसदी का रिटर्न दिया है. जोकि सबसे बेहतरीन है. उसके बाद जापान के शेयर बाजार नेक्कई ने निवेशकों को 30 फीसदी से ज्यादा की कमाई कराई है. एसएंडपी 500 ने निवेशकों को 25.08 फीसदी का रिटर्न दिया है. लंदन के एफटीएसई ने निवेशकों को 2.39 फीसदी का रिटर्न दिया है.