नई दिल्ली : टीम इंडिया में कई ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने लंबे समय से टीम के लिए एक भी मैच नहीं खेला है। कई ऐसे खिलाड़ी है जिन्हे बहुत से मौके मिले लेकिन वो उन्हें भुना नहीं पाए। ऐसे ही एक खिलाड़ी है मुरली विजय जिन्हे धोनी की कप्तानी में कई मौके मिले और साल 2020 से इस खिलाड़ी ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में भी हिस्सा नहीं लिया है।
अब मुरली विजय ने अपने करियर को लेकर बड़ा बयान दिया है। मुरली अब टीम इंडिया की जगह विदेश में मौकों की तलाश कर रहा है। भारतीय टीम के बल्लेबाज मुरली विजय काफी समय से टीम का हिस्सा नहीं बने सके हैं। मुरली विजय एक समय भारतीय टेस्ट टीम के सबसे अहम खिलाड़ी माने जाते थे। वह 38 साल के हो चुके हैं और अभी भी मैदान पर वापसी करना चाहते हैं। उनका मानना है कि BCCI के साथ समय पूरा हो चुका है। मुरली विजय ने क्रिकेट में अपनी वापसी पर बात करते हुए एक शो के दौरान कहा, ‘मेरा बीसीसीआई के साथ समय लगभग पूरा हो चुका है, मैं विदेश में मौकों की तलाश कर रहा हूं। मैं थोड़ा प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना चाहता हूं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘भारत में 30 साल के बाद खेलना एक टैबू है। मुझे लगता है कि लोग हमें सड़क पर चलता हुआ 80 साल का बुजुर्ग समझने लगे हैं। मुझे लगता है कि आप 30 साल की उम्र में करियर की पीक पर होते हैं। अभी यहां बैठकर मुझे लगता है कि मैं बेस्ट बल्लेबाजी कर सकता हूं। लेकिन दुर्भाग्य से मौके कम थे और मुझे बाहर मौके तलाशने पड़ रहे हैं।’
मुरली विजय ने साल 2008 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू मैच खेला था। मुरली विजय भारत के लिए 61 टेस्ट मैच, 17 वनडे और 9 टी20 मैच खेल चुके हैं. इन टेस्ट मैचों में उनके नाम 38.29 की औसत से 3982 रन दर्ज हैं, वहीं वनडे में 21.19 की औसत से 339 रन और टी20 में 18.78 की औसत से 169 रन बनाए हैं। मुरली विजय ने दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।