उज्जैन:- मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे और यहां 2 महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लिया. नागझिरी हेलीपैड पर प्रशासनिक अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने कोठी पैलेस स्थित संकुल भवन में आयोजित इन बैठकों में नर्मदापुरम रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव और सिंहस्थ 2028 की तैयारियों की समीक्षा की.
रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की तैयारियां तेज
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने नर्मदापुरम संभाग के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि “इस आयोजन का उद्देश्य औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करना है. इस आयोजन में देश-विदेश के उद्योगपति शामिल होंगे, जिनमें 5 देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. यह आयोजन प्रदेश में आर्थिक समृद्धि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास है.” शनिवार को नर्मदापुरम में आयोजित होने वाले इस कॉन्क्लेव में बैतूल, हरदा और नर्मदापुरम के उद्योगों पर चर्चा की जाएगी. साथ ही, इन उद्योगों को अधिक सुविधाएं प्रदान करने की रणनीति तैयार की जाएगी.
सिंहस्थ 2028 के लिए शिप्रा जल योजना
सिंहस्थ महाकुंभ 2028 की तैयारियों को लेकर आयोजित दूसरी बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि “संत समाज और स्थानीय निवासियों की मांग को ध्यान में रखते हुए शिप्रा नदी में जल प्रवाह बनाए रखने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है. इस योजना के तहत सिलारखेड़ी और सेवरखेड़ी डैम में बारिश का पानी संग्रहित कर शिप्रा में छोड़ा जाएगा. यह व्यवस्था न केवल सिंहस्थ के दौरान बल्कि पूरे साल शिप्रा के प्रवाह को बनाए रखेगी. इसके अलावा हरियाखेड़ी डैम से शहर में पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.” मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ 2028 को अब तक का सबसे व्यवस्थित और ऐतिहासिक आयोजन बनाने का भरोसा जताया।
पारिवारिक शोक में हुए शामिल
उज्जैन दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने निजी कार्यक्रम में भी शिरकत की. उनकी काकी अन्नपूर्णा देवी के निधन पर गीता कॉलोनी स्थित उनके निवास पर पहुंचकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की.