नई दिल्ली:– भारतीय जनता पार्टी के पास 31 मार्च, 2024 तक 7,113.80 करोड़ रुपये की नकदी और बैंक बैलेंस था जबकि प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास 857.15 करोड़ रुपये की धनराशि थी। निर्वाचन आयोग को मुहैया कराए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार बीजेपी ने वर्ष 2023-24 के दौरान 1,754.06 करोड़ रुपये खर्च किए, जो 2022-23 में खर्च किए गए 1,092 करोड़ रुपये से 60 प्रतिशत अधिक है। इसकी तुलना में कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान 619.67 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि 2022-23 में उसने 192.56 करोड़ रुपये खर्च किए थे। लोकसभा चुनाव की घोषणा 16 मार्च 2024 को हुई थी।
निर्वाचन आयोग को वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भाजपा को 2023-24 के दौरान चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के माध्यम से 1,685.69 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ, जबकि उसके पिछले वर्ष यह 1294.15 करोड़ रुपये था। सत्तारूढ़ दल ने वर्ष के दौरान 2,042.75 करोड़ रुपये का अन्य चंदा भी प्राप्त किया जबकि उसके पिछले वर्ष 2022-23 में उसे 648.42 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था।
आयोग को दी गयी ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान कुल 1,225.11 करोड़ रुपये का धन प्राप्त किया, जिसमें चंदा, दान और अंशदान के माध्यम से मिले 1129.67 करोड़ रुपये शामिल हैं। इसमें 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के दौरान चुनावी बॉन्ड के माध्यम से प्राप्त 828.36 करोड़ रुपये भी शामिल हैं। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड की व्यवस्था पर रोक लगा दी थी।
पिछले वित्त वर्ष भाजपा ने विज्ञापनों पर 591 करोड़ रुपये खर्च किए जिनमें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 434.84 करोड़ रुपये और प्रिंट में 115.62 करोड़ खर्च किए गए। सत्तारूढ़ दल ने विमान/हेलीकॉप्टरों पर 2023-24 के दौरान 174 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि 2022-23 में 78.23 करोड़ रुपये खर्च किए और अपने उम्मीदवारों को 191.06 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने 2023-24 के दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 207.94 करोड़ रुपये और मुद्रित सामग्री पर 43.73 करोड़ रुपये खर्च किए। विपक्षी दल ने 2023-24 के दौरान विमान/हेलीकॉप्टर पर 62.65 करोड़ रुपये खर्च किए और अपने उम्मीदवारों को 238.55 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी। 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के दौरान उसने सोशल मीडिया पर 79.78 करोड़ रुपये खर्च किए।
पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में यह भी कहा कि उसने 2023-24 के दौरान पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर 49.63 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि 2022-23 में उनके द्वारा कन्याकुमारी से कश्मीर तक की गई भारत जोड़ो यात्रा पर 71.84 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।