नई दिल्ली : हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा बुद्धिमान हो और अपनी समझदारी और सूझ-बूझ से जीवन में आगे बढ़े. बच्चे की शारिरिक ग्रोथ के साथ उसके इंटेलिजेंस को लेकर भी पैरेंट्स चिंतित रहते हैं. कई बार यह समझ पाना थोड़ा मुश्किल होता है कि उम्र के साथ-साथ बच्चे की बौद्धिक क्षमता का विकास ठीक ढंग से हो पा रहा है या नहीं. यह जानने के लिए आपको परेशान होने की जगह अपने बच्चे की आदतों पर गौर करना चाहिए. कहा जाता है कि किसी भी व्यक्ति का निर्माण उसकी आदतों से होता है. ऐसे में अपने बच्चे की आदतों को समझकर आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि आगे चलकर आपका बच्चा जीवन में कितना तरक्की करेगा.
बुद्धिमान बच्चों को पहचानने में मदद करेंगी उनकी ये 7 आदतें, ये हैबिट्स उन्हें बनाती हैं खास
सकारात्मकता और मेहनती स्वभाव : बुद्धिमान बच्चे की निशानी है कि वे स्वभाव से काफी सकारात्मक होते हैं और मेहनत करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. किसी काम को करते हुए वो मुश्किलों की जगह अपनी मेहनत पर ध्यान देते हैं. बुद्धिमान बच्चे की पहचान है कि वह जीवन के सभी पहलुओं के प्रति सकारात्मक रवैया रखते हैं.
सही निर्णय लेने की क्षमता : बुद्धिमान लोगों को पहचाने के लिए इस बात पर ध्यान दें कि वे मुश्किल से मुश्किल समय में भी शांत रहकर सही निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता रखते हैं या नहीं. वो किसी भी चीज के फायदे और नुकसान के बीच साफ-साफ अंतर कर पाते हैं जिसके कारण तटस्थ होकर सही निर्णय भी ले पाते हैं.
सेल्फ-कंट्रोल : बुद्धिमान लोग स्वयं के प्रति बहुत सचेत रहते हैं जिस वजह से वह खुद को बहुत अच्छे से समझ पाते हैं. खुद को बेहतर ढंग से समझने के कारण उनमें सेल्फ-कंट्रोल बहुत ज्यादा होता है. ऐसे लोग भावनाओं में जल्दी नहीं बहते हैं. चाहे गुस्सा हो या अहंकार वो कभी किसी भावना के आवेग में आकर व्यवहार नहीं करते हैं बल्कि क्षणिक भावनाओं को नियंत्रित करते हुए मर्यादित व्यवहार करते हैं.
इमोशनल इंटेलिजेंस : बुद्धिमान लोग केवल तार्किक ढंग से सोचने के कारण बुद्धिमान नहीं कहलाते हैं. उनमें मानवीय भावनाओं की भी अच्छी समझ होती है जिसके चलते वो बड़ी आसानी से दूसरे लोगों से भावनात्मक स्तर पर जुड़ पाते हैं. उनमें दूसरे लोगों के प्रति ईर्ष्या या द्वेष नहीं होता है बल्कि उनके मन में अपने आस-पास के लोगों के प्रति सहानुभूति और करूणा का भाव होता है.
क्रिएटिविटी : बुद्धिमान लोग काफी रचनात्मक होते हैं. यहां रचनात्मकता का मतलब कला से नहीं है. इसका मतलब नए विचारों और दृष्टिकोण से पुरानी चीजों को देख पाने की क्षमता है. बुद्धिमान लोगों में नए विचार विकसित करने की ही नहीं बल्कि उन विचारों को क्रियान्वित करने की भी क्षमता होती है.
जिज्ञासु : बुद्धिमान लोगों की बुद्धिमाता का एक कारण उनकी जिज्ञासा भी है. उनमें किसी भी नए चीज को जानने की अत्यधिक जिज्ञासा होती है जिसके चलते वो लगातार ज्ञान अर्जित करते रहते हैं. ऐसे लोग नए अनुभवों के लिए हमेशा खुला रहते हैं. जिज्ञासा के कारण बुद्धिमान लोग नई चीजों को जानने और समझने के लिए बहुत ज्यादा सवाल भी करते हैं.
एडैप्टेबल : बुद्धिमान लोग में परिस्थिति के मुताबिक ढलने का भी गुण होता है. ऐसे लोग नई परिस्थितियों से बिल्कुल नहीं घबराते हैं. विषम स्थितियों में भी अपना धैर्य बनाए रखते हैं और तालमेल बिठाने की कोशिश करते हैं.