तमिलनाडु। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को विधानसभा को बताया कि आरोपी व्यक्तियों को हिरासत में लेकर प्लास से दांत निकालकर टॉर्चर करने के आरोप में आईपीएस अधिकारी बलवीर सिंह को को सस्पेंड कर दिया गया है।
स्टालिन ने सभा में बताया कि मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ह्यूमन राइट्स के उल्लंघन पर समझौता करने के लिए पुलिस थानों में कोई जगह नहीं है। हिरासत में लेकर टॉर्चर के कई आरोप सामने आने के बाद तमिलनाडु सरकार ने आईपीएस बलवीर सिंह को उनके पद से हटा दिया था और उन्हें वेटिंग लिस्ट में डाल दिया था।
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के अंबासमुद्रम में सहायक सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस के रूप में तैनात 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी बलवीर सिंह पर लगभग दस दिन पहले मारपीट के मामले में 5 आरोपियों को टॉर्चर करने का आरोप है। सिंह पर व्यक्तियों के प्लास से दांत निकालने और एक व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट में भी नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे। मारपीट के मामले में आरोपी जमानत पर बाहर हैं। उनमें से कुछ ने हिरासत में प्रताड़ना का आरोप लगाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया इसके अलावा सिंह पर कई लोगों ने आरोप लगाए हैं।
बलवीर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था, जिसके बाद उनपर एक्शन लिया गया है। वीडियो में पीड़िता चेल्लप्पा ने बलवीर सिंह से किए गए टॉर्चर के बारे में बताया था। इसके साथ ही पीड़िता ने पुलिस पर धमकी देने का भी आरोप लगाया है। चेल्लप्पा ने वीडियो में कहा कि पुलिस अधिकारी ने उन्हें अदालत में यह बताने के लिए मना किया था कि हमें पीटा गया था।