नई दिल्ली। इजरायल हमास युद्ध के बीच ईरान की सेना ने 200 हेलीकॉप्टर के साथ युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इसकी जानकारी ईरानी मीडिया ने शुक्रवार को दी. ईरानी सेना के कमांडर अमीर चेशाक ने ईरान की सरकारी मीडिया से बातचीत में कहा कि इस मॉक ड्रिल के पीछे का पूरा उद्देश्य ईरान के दुश्मनों को चेतावनी देना है.
इजरायल हमास युद्ध के बीच ईरान की सेना ने 200 हेलीकॉप्टर के साथ युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इसकी जानकारी ईरानी मीडिया ने शुक्रवार को दी. उन्होंने कहा, ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने मिडिल ईस्ट में युद्ध की आशंका के बीच कथित तौर पर बने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार एस्फहान में दो दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया.
ईरानी सेना के कमांडरों अमीर चेशाक ने ईरान की सरकारी मीडिया से बातचीत में कहा, ‘इस मॉक ड्रिल के पीछे का पूरा उद्देश्य ईरान के दुश्मनों को चेतावनी देना है. आपको बता दें कि इन दिनों इजरायल-हमास के बीच युद्ध चल रहा है. ईरान हमास का खुल कर समर्थन कर रहा है.
‘युद्धाभ्यास से क्या संदेश देने की कोशिश कर रहा ईरान’
ईरान अपने युद्धाभ्यास से क्या संदेश देने की कोशिश कर रहा है इसका अंदाजा उसकी इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस समय ईरान की सेना ने अपना युद्धाभ्यास शुरू किया ठीक उसी समय ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन बयान जारी कर इजरायल को खुली चेतावनी दे रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘अगर इजरायल गाजा पर अपने युद्ध अपराध करना बंद नहीं करता है तो फिर उसको कई दूसरे मोर्चों पर भी युद्ध करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘कहीं ऐसा नहीं हो कि गाजा पर उसके युद्ध अपराध इस युद्ध को उस जगह पर लेकर चले जाएं जहां से इसको रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाए.’
‘कट्टर दुश्मन हैं इजरायल-ईरान’
मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान एक दूसरे के कट्टर दुश्मन माने जाते हैं. मिडिल ईस्ट के विशेषज्ञों का भी यही कहना है कि तेहरान-तेल अवीव अपनी दुश्मनी में इतनी तेजी से आगे बढ़ गये हैं कि उसको खत्म करने के लिए ईरान ने हमास के साथ हाथ मिला लिया और अब उसके लिए खुला समर्थन भी जुटा रहा है.