नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार भले ही सहयोगी दलों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू के बलबूते बनी हो मगर उसका अग्निपथ योजना में किसी प्रकार के बदलाव का फिलहाल कोई इरादा नहीं है. सरकार ने साफ कर दिया है कि स्कीम को बदलाव के साथ फिर से शुरू करने की खबर सरासर फर्जी है.
केंद्र ने 16 जून, 2024 को अग्निपथ योजना को बदलाव के साथ फिर से शुरू करने की खबरों को खारिज किया है.
सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज और अटकलों को फर्जी बताते हुए सरकार ने साफ किया कि ऐसा निर्णय नहीं लिया गया है.
प्रेस सूचना ब्यूरो पीआईबी ने ‘एक्स’ पोस्ट के जरिए बताया कि फर्जी वॉट्सऐप मैसेज में दावा किया गया कि अग्निपथ योजना को कई बदलावों के साथ समीक्षा के बाद ‘सैनिक सम्मान योजना’ के रूप में फिर से शुरू किया गया है. इसमें सेवा की अवधि को बढ़ाकर 7 साल करना और 60% स्थायी कर्मचारी और बढ़ी हुई आय है…भारत सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है.
शुरू से ही अग्निपथ योजना की आलोचना कर रहे विपक्ष ने लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान आक्रामक रूप से इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया.
अग्निपथ योजना एक टूर ऑफ़ ड्यूटी स्टाइल योजना है, जिसे सितंबर 2022 में सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं में कमीशन प्राप्त अधिकारियों से नीचे के रैंक के सैनिकों की केवल चार साल की भर्ती के लिए लागू किया गया था.