नई दिल्ली : शरीर को पोषक तत्व पूरी तरह से मिलें, इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि खाने को सही तरह से खाया जाए. क्योंकि खाना पेट में जाने के बाद पाचन प्रक्रिया के तीन चरणों से होकर गुजरता है. इस प्रक्रिया में जरूरी पोषक तत्वों को विभाजित करके शरीर द्वारा सोख लिया जाता है.
दरअसल न्यूट्रिशन ब्लड के जरिए पूरे शरीर के अन्य भागों तक पहुंचते हैं, जिससे हमारे शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत और विकास में मदद मिलती है. साथ ही इससे ही काम करने के लिए शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है. वहीं पाचन प्रक्रिया के दौरान ऐसा खाना अलग कर दिया जाता है जो पचने लायक न हो और ये मल के रूप में बाहर निकल जाता है. इसलिए खाने को सही से चबाना जरूरी होता है.
जब हम खाना अच्छी तरह चबाकर खाते हैं और इसे अपने मुंह में घुमाते हैं तो इस दौरान मुंह में मौजूद लार में टायलिन और लाइसोजाइम नाम के एंजाइम खाने में मिल जाते हैं और पेट में पहुंचने के बाद खाना पचाने में आसानी होती है, अब सवाल उठता है कि खाने का एक कौर कितनी बार चबाना चाहिए. तो चलिए जानते हैं.
कितनी बार चबाना चाहिए खाने का एक कौर
जिस तरह से यह जरूरी है कि ब्रेकफास्ट , लंच , डिनर एक तय समय पर खाया जाए. इसी तरह जरूरी है कि खाने की हर बाइट को अच्छी तरह चबाया जाए. जब हम खाना खाते हैं तो आराम-आराम से कम से कम एक कौर को मुंह में 15 बार चबाना जरूरी होता है. इसलिए कोशिश करें कि खाते वक्त पूरा फोकस खाने पर ही हो.
खाना चबाकर न खाने सो क्या होती हैं परेशानियां
जब हम खाना सही से चबाकर नहीं खाते हैं तो शरीर को न्यूट्रिशन सही से नहीं मिलते और इस वजह से कई तरह की बीमारियों की चपेट में आने का डर रहता है. वहीं साबुत खाना निकल लेने से खाना पाचन प्रक्रिया में बाधा आती है और आपको एसिडिटी, गैस से पेट दर्द, कब्ज जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है.
पानी पर भी लागू होता है यही नियम
जिस तरह से खाने की हर बाइट को चबाकर खाना जरूरी होता है ठीक यही नियम पानी पीने पर भी लागू होता है. पानी को भी एक सांस में एक साथ पीने की गलती नहीं करनी चाहिए, बल्कि आराम से बैठकर घूंट-घूंट करके पानी पीना ही सही रहता है.