कोरबा / जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सेवाराम दीवान कुशल प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही एक अच्छे इंसान हैं। श्री दीवान ने विधानसभा निर्वाचन का कार्य भी सरल एवं सहज तरीके से संपादित किया है। इनके लंबे 28 वर्ष के सेवा काल का अनुभव प्रशासन को मिला है। इस योगदान को जिला प्रशासन हमेशा याद रखेगा।
उक्त बातें अपर कलेक्टर प्रदीप साहू ने कलेक्टोरेट के सभागार में संयुक्त कलेक्टर सेवाराम दीवान के सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित विदाई समारोह में सुखद भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। अपर कलेक्टर दिनेश नाग ने कहा कि श्री दीवान के साथ कार्य करने का अनुभव सुखद रहा सेवानिवृत्ति का मतलब विभाग से दूर जाना नहीं है, हम सभी से उनका आत्मीय लगाव बना रहेगा।
संयुक्त कलेक्टर अवध सिंह राणा साथ कार्य अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह दोनों कांकेर जिले में तहसीलदार के पद पर पदस्थ थे,लंबे समय से एक दूसरे को जानते हैं। उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव का लाभ जिले को मिला है। विदाई समारोह के मुख्य अतिथि सेवा राम दीवान ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में लंबे समय से रहने के बाद सेवानिवृत्ति के अवसर पर बेहद सुखद अनुभूति महसूस हो रही है।
अपने लंबी सेवा अवधि के अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनकी पहली पदस्थापना यूडीटी के रूप में अविभाजित मध्यप्रदेश के गुना जिले में 1988 में हुई थी। उसके बाद 1995 में नायब तहसीलदार के रूप में जिला बेमेतरा, कांकेर आदि में सेवा कार्य करते हुए कोरबा जिले से सेवानिवृत्ति हो रही है। जीवन की प्रवृत्ति और निवृत्ति के विषय में बताया। कहा कि इंसान अपने पारिवारिक,सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए जीवन निर्वाह की ओर आगे बढ़ता है। इस स्वभाविक प्रवृत्ति में उसका अमूल्य बचपन,जवानी सब बीत जाता है।
सेवानिवृत्ति के अवसर पर ही जीवन के बाकी पहलुओं का एहसास होता है। कोरबा में कार्य करना एक सुखद अनुभव रहा। इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रदीप साहू, संयुक्त कलेक्टर अवध सिंह राणा,डिप्टी कलेक्टर विकास चौधरी,सरोज महिलांगे ने श्री दीवान को शॉल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही कलेक्ट्रेट के अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने दीवान को पुष्पगुच्छ एवं हार पुष्प पहनाकर उन्हें सम्मानित किया एवं शुभकामनाएं दी।