नई दिल्ली:– कई बार लोगों के सामने ऐसी स्थिति आ जाती है कि न चाहते हुए भी यूरिन को होल्ड करना पड़ता है। कभी कभार तो यह ठीक है लेकिन अगर आप अक्सर ज़्यादा देर तक पेशाब रोककर रखते हैं तो इससे आपको किडनी और ब्लैडर से जुड़े कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, यूरिन का बनना और उसका शरीर से बाहर निकालना एक नेचुरल प्रॉसेस है। जब नेचुरल प्रोसेस में बाधा डालते हैं तो इससे शरीर में कई परेशनियां आ जाती हैं।कभी-कभी यूरिन को रोकना सामान्य है लेकिन अगर यूरिन को बार-बार रोका जाए तो आपको इन बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
किडनी स्टोन का खतरा यूरिन रोकने से किडनी स्टोन यानी की पथरी की समस्या हो सकती है। दरअसल, यूरिन में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट होता है। ऐसे में ज्यादा समय तक यूरिन रोकने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है।
ब्लैडर में खिंचाव की समस्या लंबे समय तक यूरिन रोकने के कारण ब्लैडर में खिंचाव आता है और वह कमजोर होने लगती हैं। जिसके कारण ब्लैडर फटने जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है।
यूरिन लीकेज की समस्या (urine leakage): पेशाब रोकने की वजह से उम्र बढ़ने पर लोगों को यूरिन लीकेज की समस्या से गुजरना पड़ सकता है। ब्लैडर कमजोर होने की वजह से यूरिन लीकेज की समस्या बढ़ती है।
यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या (UTI): लम्बे समय तक पेशाब रोककर रखने से यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या भी हो सकती है।पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये परेशानी ज़्यादा आम है। इस स्थिति में यूरिन पास करने के दौरान दर्द, जलन और खुजली होती है.
कब तक रोक सकते हैं पेशाब:
मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार यूरिन को रोकने से ब्लैडर में खिंचाव आता है जिससे ब्लैडर कमजोर हो सकता है। इसलिए ट्राई करें कि तुरंत यूरिन करें लेकिन अगर कोई ऐसी स्थिति बन गयी है जहां आपको यूरिन कंट्रोल करना है तो आप 30 मिनट तक पेशाब रोक सकते हैं।