ब्लड प्रेशर की दवाएं अचानक बंद करने से क्या होता है? अगर आप बीपी के मरीज हैं और ऐसा करते हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. क्योंकि अचानक से दवा बंद करने से इसका सीधा असर आपकी हेल्थ पर पड़ सकता है. इसलिए अपने हेल्थ एक्सपर्ट से बीपी चेक करवाने के बाद ही दवा बंद करें. खुद से दवा लेना बंद करना सेहत के लिए ठीक नहीं है.
किन लोगों को हाई बीपी का खतरा ज्यादा रहता हैबीपी की दवाएं आमतौर पर पूरी जिंदगी ली जाती है. हालांकि कुछ लोग जिन्हें हाई बीपी की शिकायत होती है. डॉक्टर चेकअप के बाद कुछ समय के लिए दवा बंद कर देते हैं. या दवा बदल देते हैं. किन लोगों को हाई बीपी की समस्या ज्यादा होती है. दरअसल, शरीर से ज्यादा वजन उठाना, धूम्रपान करना, बहुत अधिक शराब पीना, ज्यादा नमक खाना. बहुत ज्यादा स्ट्रेस और तनाव लेना उन लोगों को हाई बीपी की समस्या होती है.
दवा रोकने की सलाह डॉक्टर कब दे सकते हैं?हाई बीपी की दवा अचानक से बंद करना ठीक है या नहीं यह इस बार पर निर्भर करती है कि आपके बीपी का कारण क्या है. अक्सर दो कारणों से हाई बीपी होती है. एक परिवर्तनीय और दूसरा अपरिवर्तनीय.परिवर्तनीय कारण वह चीज है जिसे आप बदल सकते हैं. जैसे- खाने में हद से ज्यादा नमक शामिल मत कीजिए. खुद को एक्टिव रखिए. अधिक वजन और मोटापा को कंट्रोल में रखेंकाफी ज्यादा शराब पीनास्ट्रेसबीपी की दवा को अचानक बंद करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैरिबाउंड हाइपरटेंशन: आपका रक्तचाप फिर से तेज़ी से बढ़ जाएगा.वापसी के लक्षण: आपको सीने में दर्द, घबराहट, तेज़ दिल की धड़कन या पैरों और पंजों में सूजन जैसे साइड इफ़ेक्ट का अनुभव हो सकता है.
दूसरे स्वास्थ्य समस्याएं: आपको दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी फेलियर या अन्य जटिलताओं का अधिक जोखिम हो सकता है.सिरदर्द.चिंता.उत्तेजना.मतली.अचानक से दवा बंद करने से हार्ट अटैक भी हो सकता है. किन लोगों को हाई बीपी की दवा अचानक से बंद कर दी जाती हैअगर किसी व्यक्ति के बारे में पता चला कि उसे क्रोनिक किडनी रोग, मधुमेह, वृद्धावस्था, हाई बीपी की फैमिली हिस्ट्री रही है. स्लीप एपनिया, कैंसर, थायरॉइड के मरीज हैं तो उनकी दवा बंद कर देती है.