नई दिल्ली : आम चुनाव की तारीखों के ऐलान का वक्त नजदीक आ गया है. भारत निर्वाचन आयोग 13-14 मार्च को लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के संवेदनशील बूथों की लिस्ट मांगी है. इस बार देश में लोकसभा चुनाव 7 से 8 चरण में हो सकते हैं. चुनाव की तारीख सामने आने के बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी, जो चुनाव समाप्त होने तक राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों पर लागू रहती है.
यह खबर देश भर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा रही है. सभी राजनीतिक दल चुनावों की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं, निर्वाचन आयोग भी चुनावों को सुचारू रूप से संपन्न कराने की तैयारियों में लगा हुआ है. लोकसभा चुनावों में 96.88 करोड़ लोग मतदान में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा 18-19 आयु वर्ग के 1.85 करोड़ लोग वोट डालने के लिए रजिस्टर्ड किए गए हैं.
क्या है आदर्श आचार संहिता?
आदर्श आचार संहिता चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का एक समूह है, जो चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के व्यवहार को नियंत्रित करता है. इसका उद्देश्य स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना है. 2019 लोकसभा चुनाव चुनाव सात चरणों में हुआ था. बीजेपी ने इस आम चुनाव में 303 सीटें जीतीं थीं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी. बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन NDA ने 353 सीटें जीती थीं.
लोकसभा चुनाव में AI का इस्तेमाल
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी की मदद लेने का फैसला किया है. सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाओं को चिह्नित करने और हटाने के लिए ECI के भीतर AI के लिए एक विभाग बनाया गया है.