नई दिल्ली:- अगर आप एक बेटी के पिता हैं तो खुद को बेहद भाग्यशाली समझें। केंद्र की मोदी सरकार आपकी खुशियों को और बढ़ाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना भी चला रही है. सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना बेहतर विकल्प है. जिसके तहत बेटी के नाम पर सुकन्या खाता खोलकर उसमें हर साल एक निश्चित रकम जमा करने पर भविष्य में एकमुश्त रकम का लाभ मिलता है। बेटियों की उच्च शिक्षा, शादी आदि के लिए इस योजना में निवेश कर बड़ा फंड इकट्ठा किया जा सकता है.
केंद्र सरकार ने इस योजना में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करने के लिए कई अहम बदलाव किए हैं. अभी तक इस योजना का लाभ दो बेटियों वाले माता-पिता को मिलता था। लेकिन अब सरकार ने एक नया बदलाव करते हुए तीन बेटियों के माता-पिता को भी इस योजना का लाभ दिया है. सुकन्या समृद्धि योजना पर फिलहाल 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है. इसमें निवेश करने वालों को सालाना 1.50 लाख रुपये तक इनकम टैक्स में छूट मिलती है.
क्या बदलाव हुए हैं
सुकन्या समृद्धि योजना में अब 3 बेटियों वाले माता-पिता को भी शामिल किया गया है। इस योजना में निवेश करने वाले माता-पिता को केवल दो बेटियों के खाते पर ही आयकर से छूट मिलती थी। अब इसमें बदलाव कर तीसरी बेटी के लिए भी छूट बढ़ा दी गई है।
दूसरा अहम बदलाव खाते के संचालन को लेकर है. अभी तक खाताधारक की बेटी 10 साल की उम्र के बाद ही अपना खाता संचालित कर सकती थी. लेकिन अब वह 18 साल की उम्र पूरी करने के बाद ही ऐसा कर सकेंगी. बेटी के 18 वर्ष पूरे होने तक केवल उसके माता-पिता या अभिभावक ही खाते का संचालन कर सकेंगे।
अब हर साल निवेश करने की बाध्यता भी खत्म हो गई है. पहले नियम था कि अगर इस खाते में हर साल कम से कम 250 रुपये जमा नहीं किए गए तो खाता डिफॉल्ट हो जाएगा. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. मैच्योरिटी तक जो भी रकम जमा की जाएगी उस पर ब्याज दिया जाएगा.
अब खाता बंद करने को लेकर भी बदलाव हुए हैं. अगर बेटी की परिपक्वता से पहले मृत्यु हो जाती है या उसका पता बदल जाता है तो इस योजना का खाता बंद किया जा सकता है। लेकिन अब अगर बेटी किसी घातक बीमारी से पीड़ित हो तो भी खाता बंद किया जा सकता है.