नई दिल्ली. कोई सोच भी नहीं सकता कि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट अपने कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर सकती है. परंतु कंपनी ने भेदभाव किया और वह भी छुट्टियों पर. कंपनी ने अब उन कर्मचारियों के साथ भेदभाव के मामले को सुलझाने के लिए 1.44 करोड़ डॉलर (117 करोड़ रुपये) का भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है. यह सहमति इस बात पर मुहर लगाती है कि कंपनी में ऐसा हुआ था. इस समझौते की पुष्टि कैलिफोर्निया नागरिक अधिकार विभाग (सीआरडी) ने की है.
कैलिफोर्निया की एजेंसी ने इस मामले की जांच 2020 में शुरू की थी. सांता क्लारा काउंटी की अदालत में फैसला आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की. भविष्य में भेदभाव को रोकने के लिए एक स्वतंत्र एजेंसी निगरानी करेगी.क्या था यह पूरा मामलायह मामला उन कर्मचारियों से संबंधित था, जिन्होंने गर्भावस्था, दिव्यांगता, बीमारी, या परिवार के सदस्य की देखभाल के लिए छुट्टी ली थी. इन कर्मचारियों को कम बोनस दिया गया और उनकी समीक्षा में उन्हें कमतर दिखाया गया, जिसके कारण वेतन वृद्धि और पदोन्नति प्रभावित हुई.
माइक्रोसॉफ्ट में DTO छुट्टियांमाइक्रोसॉफ्ट ने अपने अमेरिकी कर्मचारियों के लिए एक खास लीव पॉलिसी बनाई है, जिसे विवेकाधीन समय अवकाश (डिसक्रेशनल टाइम ऑफ – DTO) के नाम से जाना जाता है.असीमित छुट्टी: निर्धारित दिनों वाली छुट्टी की पॉलिसी से हटकर DTO माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों को मैनेजर के अप्रूवल के साथ आवश्यकतानुसार छुट्टी लेने की अनुमति देता है.रिजल्ट पर फोकस: यह भी कहा जाता है कि वे कर्मचारी अपने गोल अचीव करें और दिया गया काम भी पूरा करें. वे अपने समय के हिसाब से आ-जा सकते हैं.वेतन सहित छुट्टी: DTO पेड सिक लीव से अलग है. यह आमतौर पर 10 दिनों के लिए होती है और पेड हॉलीडे भी 10 दिन के लिए होते हैं.