जयपुर:- राजस्थान में नई सरकार के गठन के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बेहद सक्रिय दिख रहे हैं. शिक्षा मंत्री के लगातार सामने आ रहे बयानों और उनकी कार्यशैली से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं उनके बयान और फैसले सोशल मीडिया में छाए हुए हैं. शिक्षा मंत्री जहां एक तरफ टीचर्स को साफ चेतावनी देते नजर आ रहे हैं. वहीं वे विभाग में ताबड़तोड़ फैसले भी ले रहे हैं. ताजा मामला शिक्षा विभाग से दूसरे राज्यों के स्कूलों में हिजाब को लेकर मांगी गई स्टेट्स रिपोर्ट और विभाग में स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल का ही उपयोग करने का फैसला है .
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं. वे अपने बयानों को लेकर कई विवादों में रह चुके हैं. हिन्दुत्ववादी नेता की छवि वाले दिलावर के फैसलों से इन दिनों शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. उनका कोई भी बयान आता ही शिक्षक लॉबी अलर्ट हो जाती है. हाल ही में शिक्षा एवं पंचायतीराज विभाग ने राजस्थान के सरकारी स्कूलों में सूर्य नमस्कार के बाद अब विदेशी वस्तुओं का भी इस्तेमाल नहीं करने का बड़ा फैसला लिया है.
शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि इसे लेकर विभाग को निर्देश जारी कर दिए हैं. अब दोनों विभागों में केवल स्वदेशी निर्मित वस्तुओं की ही खरीद की जाएगी. दिलावर का कहना है कि हम स्वदेशी के पोषक हैं. बरसों से स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं. अब सत्ता में आए हैं तो हमने अपने विभाग के अधिकारियों से कहा है कि विभाग में छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी वस्तु की भी खरीद की जाती है तो वह भारत निर्मित ही होनी चाहिए. लेकिन अगर कोई ऐसी वस्तु है जिसकी खरीद करना आवश्यक है और उसका निर्माण भारत में नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में मंत्री स्तर पर अनुमति लेकर ही उस सामान की खरीद की जा सकेगी.
दिलावर ने इससे पहले जोधपुर में कहा था सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षा विभाग में मलाईदार पदों पर बैठें संविदा कर्मचारी और अधिकारी आज से ही अपनी सेवाएं समाप्त समझें. उसके बाद दिलावर ने नागौर के परबतसर में गणतंत्र दिवस समारोह में शराब पीकर आए प्रिंसिपल की घटना के बाद बड़ा बयान दिया. दिलावर ने कहा कि शिक्षक मर्यादा के अनुरूप आचरण करें. अन्यथा उनके खिलाफ सेवा से बर्खास्ती समेत संपत्ति पर बुलडोजर चलाने जैसी कार्रवाई से भी गुरेज नहीं किया जाएगा.
इससे पहले मदन दिलावर ऐलान कर चुके हैं कि राजस्थान के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के स्टूडेंट्स पढ़ने के साथ अब 15 फरवरी से सूर्य नमस्कार करेंगे. इसके तहत सूर्य सप्तमी से जयपुर समेत प्रदेश के सभी स्कूलों में स्टूडेंट्स से सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा.