दुर्ग
अदालत से हत्या के मामले में दोषमुक्त किन्नर ने शुक्रवार की रात जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इस दौरान किन्नर द्वारा ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ के साथ गाली-गलौज के साथ मारपीट भी की। इस घटना से आक्रोशित नर्सों ने कोतवाली में प्रदर्शन किया। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की। आरोप है कि किन्नर ने पुलिस की मौजूदगी में स्टाफ नर्स से मारपीट की। आरोपी को शासकीय कार्य में व्यवधान, चिकित्सा सुरक्षा अधिनियम सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। गिरफ्तार किन्नर को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। आपकों याद दिला दें कि अस्पताल में उत्पात मचाने वाले आरोपी शंकर बुद्धे उर्फ़ काजल किन्नर को सितंबर 2019 में हत्या के आरोप में कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अदालत में लगभग तीन वर्ष तक इस मामले पर विचारण चला था। इस बीच जेल में निरुद्ध काजल किन्नर वर्ष 2021 में जेल से फरार हो गया था। किन्नर को बीमारी के इलाज के लिए जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां से वह चकमा देकर फरार हो गया था। फरार काजल किन्नर को जुलाई 2021 में महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार कर फिर से जेल दाखिल कर दिया गया था। विचारण पश्चात सत्र न्यायाधीश की अदालत ने काजल किन्नर को संदेह का लाभ देते हुए हत्या के आरोप से दोषमुक्त कर दिया गया। दोषमुक्त करार दिए जाने का कारण पुलिस की लचर विवेचना सामने आई थी। शुक्रवार की रात काजल किन्नर शराब के नशे में धुत्त होकर अपने दोस्त का इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचा था।