भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून का दौर जारी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस मौसम प्रणाली से प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। इसके असर से अगले दो से तीन दिनों तक जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल और इंदौर संभाग के कई जिलों में मानसून की गतिविधियां बढ़ेंगी और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है। प्रदेश के शेष संभागों के जिलों में मध्यम वर्षा होते रहने के आसार है। इसी बीच एक और मौसम प्रणाली के आ जाने का अनुमान है इस तरह रुक-रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला लगभग एक सप्ताह तक जारी रहने की संभावना है।
सावन के महीने में लगातार मिल रही वर्षा से मानसून का औसत बेहतर बना हुआ है। 17 जुलाई की शाम तक प्रदेश के 15 जिलों में सामान्य से अधिक तो पांच जिलों में सामान्य से बहुत अधिक वर्षा हो चुकी है। जबकि 24 जिलों में ही वर्षा का आंकड़ा सामान्य है। इस बीच केवल खरगौन,खंडवा, सतना, रीवा और सीधी पांच जिले ही ऐसे हैं जहां वर्षा सामान्य से कम हुई है। अगले तीन-चार दिनों में पूर्वी प्रदेश में अच्छी वर्षा के आसार हैं, ऐसे में सतना,सीधी और रीवा भी सामान्य वर्षा वाले जिलों में शामिल हो सकते हैं।
मौसम प्रणाली बनने जा रही है जो हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात से रूप में बनेगी और बाद में कम दबाव के क्षेत्र में बदल सकती है। यदि इसकी ताकत बढ़ी तो तीन से चार दिनों में वर्षा होगी इस तरह वर्षा का क्रम निरंतर चलता रहेगा। ऐसे में कई स्थानों पर भारी वर्षा के चलते बाढ़ की स्थिति तक बन सकती है।