: पिछले कुछ महीनों से लगातार नौकरियों के मोर्चे पर सिवाए छंटनी के कुछ और सुनने को मिल ही नहीं रहा था. यहां तक कि वो कंपनियां जो हर साल हजारों युवाओं के कैंपस के जरिए नौकरी देती थीं, उन्होंने भी इस बार चुप्पी साध ली थी. हालांकि अब युवाओं को खुशखबरी मिलने वाली है और चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में देश की लगभग 72 फीसदी कंपनियां हायरिंग की तैयारी में जुट गई हैं. ज्यादातर नौकरियां साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा एनालिटिक्स और सर्च इंजन ऑप्टीमाईजेशन (SEO) जैसे सेक्टर में आने वाली हैं. तो जिस मौके का इंतजार था वो आ रहा है और युवाओं को अब तेजी से अपने स्किल्स को बढ़ाने पर काम करना शुरू कर देना चाहिए.
जुलाई-दिसंबर 2024 के दौरान कंपनियांनौकरियां देने को तैयारटीम लीज की बुधवार को जारी कैरियर आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, जॉब मार्केट में अब ट्रेंड बदलने के संकेत हैं. टीम लीज ने अप्रैल से जून, 2024 के बीच लगभग 603 कंपनियों का सर्वे किया है. इनमें से लगभग 72 फीसदी अगली छमाही में नौकरियां देने की तैयारी में जुटी हुई हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईकॉमर्स, टेक स्टार्टअप, इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर और रिटेल सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां आ सकती हैं. ये ज्यादा से ज्यादा संख्या में फ्रेशर्स को अपने साथ जोड़ना चाहती हैं. इन पदों पर हो सकती हैं सबसे ज्यादा भर्तियां रिपोर्ट के अनुसार एसईओ एग्जीक्यूटिव, डिजिटल सेल्स एसोसिएट और यूआई/यूएक्स डिजाइनर जैसे रोल के साथ फुल स्टैक डेवलपर को लेकर सबसे ज्यादा डिमांड पैदा हो सकती है. कंपनियां अपने यहां साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा एनालिसिस और एसईओ जैसी चीजों पर ज्यादा ध्यान देना चाहती हैं. हायरिंग को लेकर कंपनियों का यह रुख राहत भरा है. इसके चलते युवाओं को ज्यादा से ज्यादा अवसर मिलने वाले हैं.
वित्त वर्ष 2024 में नौकरियां देने में सुस्त रहा इंडिया इंकइससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) के एक सर्वे में पता चला था कि इंडिया इंक वित्त वर्ष 2024 के दौरान नौकरियां देने में सुस्त रहा है. रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023 में रोजगार वृद्धि दर 5.7 फीसदी थी. मगर वित्त वर्ष 2024 में यह आंकड़ा सिर्फ 1.5 फीसदी रहा है. सिर्फ रिटेल, ट्रेडिंग, इंफ्रा, रियल्टी, आयरन एवं स्टील और फाइनेंस सेक्टर में ही यह आंकड़ा दोहरे अंकों में रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 में इंडिया इंक ने लगभग 3.33 लाख लोगों को नौकरी दी थी. मगर 2024 में यही आंकड़ा सिर्फ 90,840 पर आ गया यानी 1 लाख के भी नीचे फिसल गया