कानपुर। वृद्धा की हत्या कर लूट को अंजाम देने वाले बदमाशों ने फ्लैट के बाहर पहुंचकर पहले घंटी बजाई। पूछने पर बोले कि ड्राइवर हूं। इसके बाद जैसे ही नौकरानी ने दरवाजा खोला वैसे ही दोनों भीतर घुस गए। चाकू के बल पर दोनों को एक कमरे में ले गए।
उसके बाद बर्बरता कर मधु की हत्या कर दी। मधु और नौकरानी दोनों चीखते रहे लेकिन उनकी चीख दीवारों के भीतर ही दबी रह गई। नौकरानी सावित्री ने पुलिस को बताया कि रात करीब आठ बजे घंटी बजी। सावित्री ने जब पूछा कि कौन आया तो बाहर से आवाज आई कि ड्राइवर हूं।
बुलाया था। इसलिए आया हूं। ये बात सावित्री ने मधु को बताई। मधु ने दरवाजा खोलने को कहा। सावित्री ने बताया कि जब उन्होंने दरवाजा खोला वैसे ही दोनों बदमाश भीतर घुस आए। एक ने तत्काल मधु को चाकू की नोंक पर ले लिया। दूसरे ने सावित्री के हाथ पैर तार से बांधकर बाथरूम में बंद कर दिया। सावित्री का कहना है कि उसके बाद उनको नहीं पता चला कि बाहर क्या हुआ। सुबह जब नीरू व पुलिस पहुंची तब वह बाहर निकल सकी।
सावित्री ने बताया कि उसको बाथरूम में बंद करने के बाद बदमाशों ने मधु को पीटना शुरू कर दिया था। लॉकर व अलमारियों की चाबियां लीं। नकदी व जेवरात लूटे। सावित्री का कहना है कि मधु की चीखें सुनाई दे रही थीं। वो मिन्नतें कर रही थीं कि उसको छोड़ दें।
जो लेना हो ले जाएं लेकिन बदमाश नहीं माने। जब आखिर में मधु की चीखें बंद हो गईं तब सावित्री को अनहोनी की आशंका हुई। हैरानी की बात ये है कि ये चीखें फ्लैट के बाहर तक नहीं सुनाईं दीं। इसलिए बदमाश आसानी से फरार हो गए।