रायपुर:- छत्तीसगढ़ में नवंबर का महीना खुशियों और सौगात से भरा महीना होता है. किसान और अन्नदाता नवंबर महीने का इंतजार बेसब्री से करते हैं. क्योंकि यह महीना धान तिहार का महीना होता है. हर साल समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी होती है. इस खरीदी की रकम से किसान मालामाल होते हैं. यही वजह है कि किसान धान खरीदी को लेकर पूरी तैयारी में रहते हैं. दूसरी ओर किसान के साथ साथ सरकार भी धान खरीदी को लेकर उत्साहित रहती है. किसी भी पार्टी की सरकार हो वह धान खरीदी का ऐलान हर साल करती है. इसकी पूरी व्यवस्था की जाती है. मंत्रिमंडलीय समिति का गठन होता है. उसमें धान खरीदी से जुड़े सभी तथ्यों को लेकर समीक्षा होती है. उसके बाद फिर सरकार इस पर मुहर लगाकर धान खरीदी का ऐलान करती है.
इस बार कब से धान खरीदी?: छत्तीसगढ़ में इस बार धान खरीदी की निर्धारित तिथि 14 नवंबर रखी गई है. 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक धान खरीदी की जाएगी. धान खरीदी को लेकर जो भी खरीदी केंद्र छत्तीसगढ़ में बनाए गए हैं. वहां इलेक्ट्रॉनिक तुलाई मशीन का इस्तेमाल किया गया है. इस वर्ष धान खरीदी को लेकर कुल 30 हजार गठान बारदाने की व्यवस्था की गई है. धान खरीदी के लिए किसानों ने 31 अक्टूबर 2024 तक रजिस्ट्रेशन कराया है. किसानों के तरफ से तैयारियां पूरी कर ली गई है. सरकार भी अपनी ओर से सारे इंतजाम कर रही है. जिससे किसानों को धान खरीदी में किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े
धान खरीदी का लक्ष्य: इस बार साय सरकार ने 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. खरीफ विपणन साल 2023-24 के दौरान सहकारी समिति में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों के लिए भी मानदेय का प्रबंध साय सरकार ने किया है. 18,420 रुपये प्रतिमाह के दर से उन्हें 12 महीने का मानदेय दिया जाएगा. इस बार साय सरकार ने सीमांत और छोटे किसानों के लिए अधिकतम दो टोकन की व्यवस्था की है. जबकि बड़े किसानों को अधिकतम तीन टोकन देना तय किया गया है.
इस बार धान खरीदी में कुल आठ लाख गठान बारदने की जरूरत पड़ेगी. अक्टूबर महीने में कैबिनेट की बैठक लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन और कस्टम मिलिंग की नीति को मंजूरी दी. इसके तहत धान खरीदी की तिथि 14 नवंबर तय की गई. यही वजह है कि नवंबर का महीना छत्तीसगढ़ के किसानों के धान तिहार का महीना है.