नई दिल्ली : मौजूदा समय में आधार कार्ड की हर किसी को जरुरत होती है। इसके बिना किसी भी सरकारी और गैर सरकारी काम को करना कठिन होता है। हाल ही में UIDAI इसकी घोषणा की है। 18 साल से ऊपर और पहली दफा आधार बनवाने वालों का अब राज्य सरकार की सहमिति से फिजिकल वेरिफिकेशन किया जाएगा। यूआईडीएआई के एक अधिकारी ने कहा कि 18 साल के बाद अपना पहला आधार बनवाने वालों के लिए पासपोर्ट जैसा अप्रूवल सिस्टम होगा.
इसके बाद अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस उद्देश्य के लिए जिला और उप-विभागीय स्तर पर अधिकारी, एक्स्ट्रा जिला मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करेगा। ऐसे में लोगों के लिए आधार की सुविधा केंद्रों पर पेश की जाएगी। जिसमें सभी जिले का मुख्य पोस्ट ऑफिस और यूआईडीओआई के द्वारा पहचाने गए दूसरे आधार केंद्र शामिल है।
इस सीरीज के लोगों के सभी तरह के आधार से जुड़ें काम डेटा क्वालिटी चेक से गुजरेंगें और फिर सर्विस पोर्टल के माध्यम से वेरिफिकेशन के लिए भेजे जाएंगे। वहीं मजिस्ट्रेट सर्विस पोर्टल पर प्राप्त सभी अनुरोधों का सत्यापन सुनिश्चित करेंगे और मंजूरी के 180 दिनों के भीतर आधार पेश किया जाएगा।
यूआईडीएआई के महानिदेशक कुमार ने एक बयान में कहा है कि नए निर्देश सिर्फ 18 साल से अधिक आयु के पहली बार आधार बनवानें वालों पर लागू होगा। उन्होंने कहा, एक बार जब उनका बन जाता है, तो वो भी इसे साधारण प्रक्रियाओं के जरिए से अपडेट करा सकते हैं।
करोड़ों लोगों ने बनाया अपना आधार
आधार नामांकन 2010 में शुरु हुआ औ अब तक पहचान और पते का प्रमाण के साथ आधार नामांकन के लिए आने वाले शख्स के विवरण को सत्यापित करना UIDAI की जिम्मेदारी है। यूपी में अब तक 18 साल से ऊपर के 16.55 करोड़ लोगों ने अपना आधार बनवा लिया है।
अधिकारियों ने आगे कहा कि हर महीने 18 साल से ऊपर के लोगों के 13246 आधार नामांकन जोड़ें जा रहे हैं। इस समय 14095 आधार नामांकन एवं अपडेट मशीनों के जरिए से आधार कार्य किए जा रहे हैं।