नई दिल्ली:– राहुल गांधी की सभाओं से कांग्रेस एक बार फिर लोकसभा चुनाव जैसे परिणाम की उम्मीद कर रही है और यही कारण है कि पार्टी उनके कार्यक्रमों को लेकर बहुत ही संजीदा है। लोकसभा चुनाव के दौरान खूंटी और लोहरदगा में कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत के पीछे पार्टी राहुल गांधी को ही श्रेय देती है और अब यही कारण है कि विधानसभा चुनाव में उनकी अधिक से अधिक सभाएं कराई गई हैं।
अब तक राहुल गांधी सात उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर चुके हैं तो आसपास के कई अन्य प्रत्याशियों को भी इसका लाभ मिलने की उम्मीद की जा रही है।
कांग्रेस के सीनियर नेताओं का मानना है कि दो फेज से अधिक में चुनाव हुए होते तो और भी फायदा पहुंच सकता था। आदिवासी, अल्पसंख्यक, पिछड़ा और ईसाई बहुल क्षेत्रों में राहुल गांधी की सभाएं कराई गई हैं। इन सभाओं में आई अड़चन को कांग्रेस इसीलिए मुद्दा बना रही है।
शुक्रवार को राहुल गांधी का हेलीकाप्टर लगभग एक घंटे के लिए महागामा में रोक दिया गया तो कांग्रेस इसे साजिश करार दे रही है। कांग्रेस का यही प्रयास है कि इसी बहाने अधिक से अधिक राहुल गांधी की चर्चा की जाए ताकि आम लोगों के बीच कांग्रेस को स्थापित किया जाए। इससे भाजपा के खिलाफ पार्टी को आक्रमण का एक मौका भी मिल गया है।