नई दिल्ली:– आने वाली सर्दियों में उत्तर और पूर्वोत्तर ने बड़ी संख्या में ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला लिया है। इन ट्रेनों के रद्द होने से बड़ी संख्या में यात्री प्रभावित होंगे।
कोहरे में ट्रेनों को प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी कैंसिल किया जाएगा। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे की 89 ट्रेनें इस बार निरस्त व प्रभावित होंगी। यह निरस्तीकरण दिसंबर से शुरू होगा। इससे सवा लाख यात्रियों के लिए सफर का संकट खड़ा हो जाएगा। रेलवे अफसर कैंसिल होने वाली ट्रेनों की सूची बना रहे हैं, जिस पर मुख्यालय मुहर लगाएगा।
कोहरे में ट्रेनों का संचालन गड़बड़ा जाता है। ट्रैक पर दृश्यता कम होने के कारण ट्रेनों की गति सुस्त हो जाती है, जिससे ट्रेनें देरी की शिकार भी होती हैं। साथ ही यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में रेलवे प्रशासन दिसंबर से मार्च तक तीन महीने के लिए प्रतिवर्ष तमाम ट्रेनों को कोहरे में कैंसिल कर देता है। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से इस बार कोहरे में कैंसिल होने वाली ट्रेनों की सूची मुकम्मल की गई है। इसमें कॉमर्शियल व ऑपरेटिंग के साथ इंजीनियरिंग विभाग के अफसरों ने माथापच्ची की है। सूत्र बताते हैं कि इस वर्ष कैंसिल होने वाली ट्रेनों की संख्या 89 के आसपास होगी, जोकि पिछले साल की तुलना में कम हैं। हालांकि, इन ट्रेनों के निरस्त होने से सवा लाख यात्रियों के लिए यात्रा का संकट खड़ा होगा।
इन रूटों की ट्रेनें होंगी कैंसिल
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि लंबी दूरी की ट्रेनों को निरस्त किया जाएगा। इसमें लखनऊ के रास्ते दिल्ली, पंजाब, जम्मू, उत्तराखण्ड आदि जगहों पर जाने वाली ट्रेनों को कैंसिल किया जाएगा। चूंकि कोहरा उत्तर भारत में पड़ता है, इसलिए उत्तर भारत की ट्रेनों का संचालन सर्वाधिक बाधित होता है।
ये ट्रेनें होंगी कैंसिल!
गोरखपुर-आनंद विहार एक्सप्रेस, डबलडेकर एक्सप्रेस, आगरा फोर्ट, कानपुर काठगोदाम गरीबरथ, शहीद एक्सप्रेस, जयनगर-अमृतसर, लखनऊ जंक्शन-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, गोरखपुर-आनंदविहार, त्रिवेणी एक्सप्रेस, जनता एक्सप्रेस, मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस,लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस, छपरा-फर्रुखाबाद उत्सर्ग एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, कैफियात एक्सप्रेस, ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस, न्यू जलपाईगुड़ी-नई दिल्ली एक्सप्रेस, अवध आसाम एक्सप्रेस कोहरे में कैंसिल की जा सकती हैं। इनके नाम सूची में शामिल हैं।