नई दिल्ली :- राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पाट के रूप में चिह्नित गणपति घाट का सुधरा स्वरूप दिसंबर के दूसरे सप्ताह में चालू हो जाएगा। यह मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर धार जिले के ग्राम गुजरी के निकट स्थित है।
यहां होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बनाए जा रहे 8.8 किमी लंबे वैकल्पिक मार्ग का निर्माण इस समय तक पूरा हो जाएगा। इससे देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पाट की समाप्ति हो जाएगी। वहीं, प्राधिकरण ने यह प्रयास किया है कि हादसे रोकने के साथ-साथ यहां हरियाली का बसेरा हो।
तीन जल संरचनाएं भी बनाई गई हैं
इसके लिए जगह-जगह पौधारोपण किया जाएगा। साथ ही इस मार्ग पर तीन जल संरचनाएं बनाई गई हैं। इससे पानी की उपलब्धता बनी रहेगी। इससे भूजल संवर्धन होगा और मवेशियों को पानी भी मिल सकेगा।
बता दें, वर्ष 2009 में गणपति घाट का निर्माण करते समय इस घाट में ग्रेडियंट अधिक रख दिया गया था। ढलान अधिक होने के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। करीब 15 साल से दुर्घटनाएं हो रही थीं, लेकिन अब स्थिति सुधरने वाली है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक सुमेश बांझल ने बताया कि देश के सबसे बड़े ब्लैक स्पाट गणपति घाट पर हादसों को रोकने के लिए चल रहे कार्य अब लगभग पूर्णता की ओर हैं। दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बता दें, गणपति घाट पर औसतन हर महीने चार से पांच लोगों की जान चली जाती थी। अब यह खतरा कम हो जाएगा।
मार्ग की त्रासदी
2009 से 2024 के 15 सालों में
3650 हादसे
34 लोगों की अब तक जान जा चुकी
1850 से ज्यादा घायल हो चुके
वैकल्पिक मार्ग का निर्माण
106 करोड़ रुपये की लागत
8.8 किमी का नया मार्ग