बस्तर:- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महाविकास अघाड़ी की करारी हार हुई. रायपुर दक्षिण उपचुनाव में भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी. उसके बाद से कांग्रेस के आला नेताओं ने ईवीएम से चुनाव कराने पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ईवीएम की बजाय बैलेट से चुनाव कराने की मांग की है. कांग्रेस के इस सियासी सुर का समर्थन कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने किया है. कवासी लखमा ने कहा है कि अगर आने वाले समय में बैलेट से चुनाव नहीं होते हैं तो वे ईवीएम के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
ईवीएम की बजाय बैलेट से हो चुनाव: कवासी लखमा ने कहा कि देश में ईवीएम की बजाय बैलेट से चुनाव कराए जाने चाहिए. केवल कांग्रेस के नेता ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों के लोग भी बैलेट से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. कवासी लखमा ने दावा किया कि लोग कहते हैं कि उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया लेकिन मशीन अलग ही चल रही है. ऐसी स्थिति जब अमेरिका जैसे देश में बैलेट से चुनाव हो रहे हैं तो भारत में बैलेट से चुनाव क्यों नहीं हो सकता.
विश्व के बड़े बड़े देशों में शुमार अमेरिका में बैलेट पेपर से चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीता है. जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के दौर में भी बैलेट से चुनाव हुआ. उस दौरान जीत हार में वोटों का अंतर इतना देखने को नहीं मिला. आज के चुनावों में जीत हार में वोटों का अंतर ज्यादा दिखता है. महाराष्ट्र का चुनाव इसका उदाहरण है.आने वाले समय में बैलेट से चुनाव होने चाहिए. हम इसको लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे: कवासी लखमा, कांग्रेस विधायक, कोंटा
बस्तर यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ाना गलत: कवासी लखमा ने बस्तर के शहीद कर्मा यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ाए जाने की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति ने फीस वसूली का प्रमाण 21 नवम्बर को थमा दिया. यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ने से कोंटा, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, किरंदुल और बस्तर के कॉलेजों में प्रभाव पड़ेगा. फीस निर्धारण के लिए जल्द से जल्द बोर्ड के गठन की मांग कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने की है.
बस्तर यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ने से बस्तर के आदिवासी गरीब जो गरीबी की स्थिती में पढ़ाई करते हैं. उनके ऊपर बोझ पड़ेगा. यह बोझ डालने का काम विष्णुदेव की सरकार सांय सांय कर रही है. इसीलिए कांग्रेस मांग करती है कि बोर्ड का गठन जल्दी हो. 21 नवंबर को जारी हुए फीस वृद्धि के आदेश को समाप्त किया जाए: कवासी लखमा, कांग्रेस विधायक, कोंटा
वन विभाग में भर्ती स्वागत योग्य: कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने छत्तीसगढ़ के वन विभाग में भर्ती का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि वनरक्षक की 1000 भर्तियां स्वागत के योग्य है. कवासी लखमा ने इसमें छत्तीसगढ़ की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बाहरी प्राइवेट कंपनी से भर्ती कराई जा रही है. जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है. क्योंकि आदिवासियों के साथ न्याय नहीं हो रहा है