नई दिल्ली:– भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का महापर्व ‘कृष्ण जन्माष्टमी’ जल्द आने वाला है, जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ मनाया जाता है। इस वर्ष 26 अगस्त 2024 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
भगवान श्रीकृष्ण की करते हैं पूजा-अर्चना
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है और कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। मान्यता है कि, इस दिन तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ खास उपाय करने से भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और भक्तों को अनेक प्रकार के आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी बेहद प्रिय है, यही वजह है कि जन्माष्टमी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय करना बेहद शुभ साबित हो सकते हैं। ऐसे में आइए जान लें। जन्माष्टमी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय के बारे में-
जन्माष्टमी के दिन करें ये उपाय
ज्योतिषियों के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन तुलसी के समक्ष भगवान श्रीकृष्ण के चार नाम- गोपाल, गोविंद, देवकीनंदन, और दामोदर का उच्चारण करें। साथ ही ओम् नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का भी जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
मान्यता है कि इस दिन घर में तुलसी का पौधा लगाने से वैवाहिक जीवन में आ रही दिक्कतें दूर हो जाती हैं और दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है।
श्री कृष्ण को भोग लगाते समय उसमें तुलसी दल जरूर शामिल करें। बिना तुलसी के दल के भगवान भोग स्वीकार नहीं करते।
जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर भगवान श्री कृष्ण को तुलसी दल जरूर अर्पित करें। लेकिन, इस दिन तुलसी पत्र भूलकर भी न तोड़ें।
शास्त्रों में कहा गया है कि जो तुलसी भक्ति करता है उसे भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है और नियमित रूप से पूजा आदि होती है। वहां घर में यमदूत प्रवेश नहीं करते।
अगर आप नौकरी या बिजनेस में तरक्की पाना चाहते हैं तो जन्माष्टमी के दिन तुलसी माता को लाल रंग की चुनरी जरूर चढ़ाएं।
जन्माष्टमी के दिन मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए श्री कृष्ण के साथ मां लक्ष्मी की पूजा, आरती भी करें।
तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इसलिए, जन्माष्टमी के दिन तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना अवश्य करें और इसके उपायों को अपना सकते हैं।