नई दिल्ली:- टेक्नोलॉजी की मदद से आज हमारी लाइफ काफी आसान हो गई है. अब हम कपड़े खरीदने से लेकर किराने का सामान तक घर बैठे-बैठे खरीद सकते हैं. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि ऑनलाइन शॉपिंग करना बाजार से खरीदारी करने के मुकाबले महंगा होता है.
ऐसे में अगर आपको भी ऐसा लगता है कि ऑनलाइन सामान खरीदना खुद मार्केट से जाकर शॉपिंग करने से महंगा है, तो आज हम आपको ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आप कम पैसों में ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं.
ब्राउसिंग हिस्ट्री और डेटा का इस्तेमाल
दरअसल, ऑनलाइन ऐप आपकी ब्राउसिंग हिस्ट्री और डेटा की मदद से यह जान लेती हैं कि आप क्या खरीदना चाहते हैं. साथ ही उनकी आपकी ब्राउसिंग हिस्ट्री से यह जानकारी भी मिल जाती है कि आप किस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके चलते आपके मोबाइल पर इस तरह के ऐड आने लगते हैं, जिनको आपने हाल ही में अपने फोन पर सर्च किया था.
ऐसे में अगर आप सस्ता सामान खरीदना चाहते हैं या डिस्काउंट पाना चाहते हैं तो आपको महज एक ही बिजनेस से जुड़े दो ऐप अपने फोन में डाउनलोड करने होंगे. जैसे अगर आप रेस्त्रां से खाना ऑर्डर करने के लिए जोमैटो का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको स्विगी ऐप भी रखनी चाहिए. क्योंकि दोनों कंपनियां की आपस में प्रतिस्पर्धा है. इसलिए आपको यह कंपनियां आपकी ब्राउसिंग हिस्ट्री और डेटा के आधार पर प्रोडक्ट की कीमत तय करती हैं और आपको डिस्काउंट ऑफर करती हैं.
सार्थक आहूजा ने समझाया पूरा गेम
इस संबंध में नियाम वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड डायरेक्टर सार्थक आहूजा ने बताया, “जैसे ही मैंने अपने फोन पर स्विगी इंस्टामार्ट डाउनलोड किया. मैंने देखा कि मेरे फोन पर ब्लिंकिट ऐप पर कीमतें कम हो गई हैं. मैं यह नहीं मान सकता कि यह एक बार का मामला है.भले ही मेरे पास इसे जांचने के लिए पर्याप्त साइज नहीं है.”
उन्होंने यह भी बताया कि यह कैसे काम करता है. सार्थक ने कहा, “अगर ब्लिंकिट आपसे पैकिंग चार्द, डिलीवरी चार्ज आदि सहित आपके ऑर्डर को डिलीवर करने के लिए औसतन 21 रुपये लेता है, तो आप देखेंगे कि जैसे ही आप किसी प्रतिस्पर्धी को डाउनलोड करते हैं, ये शुल्क लगभग 30 प्रतिशत कम हो जाते हैं…
सब्जियों और फलों जैसे सामान पर बदली जा सकती हैं कीमतें
सार्थक ने कहा, “मेरा अनुमान है कि सब्जियों और फलों जैसी वस्तुओं की कीमतें भी बदल जाती हैं क्योंकि उन पर कोई MRP नहीं होती. इसी तरह लोन देने वाले ऐप यह जांचते हैं कि आपके फोन पर गेमिंग ऐप हैं या नहीं. अगर हिस्ट्री ब्राउजिंग या डेटा के आधार पर आपकी प्रोफाइल रिस्की होती है तो वे आपको पर्सनल लोन देने से मना कर देते हैं, या ज्यादा ब्याज वसूलते हैं.
कस्टमाइज प्राइजिंग
उन्होंने कहा कि आपकी डिजिटल फ़ुटप्रिंट और ब्राउजिंग हिस्ट्री का इस्तेमाल आपकी संवेदनशीलता को निर्धारित करने के लिए भी किया जा रहा है. अगर समय हो तो अपने फोन पर प्रतिस्पर्धी ऐप्स डाउनलोड कर लें और जहां से आप ऑर्डर करते हैं, वहां भी बदलाव करते रहें, क्योंकि डेटा ऐड टारगेटिंग से हटकर कस्टमाइज प्राइजिंग पर चला गया है.