यूपी:- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार अंसारी की मौत की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस तरह की दूसरी घटना सामने आई है, जिसमें एक दोषी कैदी की न्यायिक हिरासत में मौत हुई है. वह अतीक अहमद की बात कर रहे थे, जिसे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ओवैसी ने यहां तक कहा कि यूपी में कानून का शासन नहीं, बल्कि बंदूक का शासन चल रहा है. मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक से मौत हो गई. तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान हार्ट अटैक से जान चली गई. हालांकि, परिवार का कहना है कि उसे जहर दिया गया था. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल में उनके पिता को धीमा जहर दिया जा रहा है. उमर ने कहा, “मेरे पिता ने हमें बताया था कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा है. अब पूरा देश इस बारे में जानता है.मुख्तार मामले की हो स्वतंत्र जांच: ओवैसीहैदराबाद में मीडिया को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार के परिवार के सदस्यों के जहर दिए जाने के आरोप का हवाला दिया. उन्होंने कहा, यूपी सरकार ने कहा कि मुख्तार की सुरक्षा की जाएगी. परिवार का कहना है कि उन्हें धीमा जहर दिया जा रहा था, जिसकी वजह से मौत हुई है. उनके भाई और सांसद अफजाल अंसारी का कहना है कि जिस अस्पताल में मुख्तार को पहले बीमार पड़ने पर ले जाया गया, वहां इलाज के लिए संबंधित डॉक्टर्स नहीं थे.ओवैसी ने आगे कहा, एक-दो दिन बाद फिर से उन्हें जेल भेज दिया और फिर जब वह दोबारा अस्पताल लौटे तो उनकी मौत हो गई. इसलिए इस मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए. परिवार जो कुछ कह रहा है, उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.अतीक अहमद पर असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहाएआईएमआईएम चीफ ने आगे अतीक अहमद की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या का भी जिक्र किया. ओवैसी ने कहा, “हमें ऐसी दूसरी घटना देखने को मिली है जिसमें एक दोषी कैदी की न्यायिक हिरासत में मौत हुई है. पहली घटना गोलीबारी की है. अब, इस घटना में, परिवार का कहना है कि धीमा जहर दिया गया.” गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की अज्ञात हमलावरों ने 2023 में प्रयागराज में एक मेडिकल कॉलेज के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी. यूपी में कानून का शासन नहीं: ओवैसीअसदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, मैं देश के सबसे बड़े सूबे को लेकर हमेशा से कहता आ रहा हूं कि उसे कानून के शासन से नहीं, बल्कि बंदूक के शासन से चलाया जा रहा है. किसी कैदी को हथकड़ी लगे होने के बाद भी उसकी हत्या कर दी है, लेकिन अगर कोई सीएम के बारे में कुछ कह दे तो 48 घंटे में पुलिस पहुंच जाती है. कानून के शासन से ही राज्य चलना चाहिए. ये संविधान के तहत जरूरी है।