प्रयागराज:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुबह पूर्वाह्न 11 बजे गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल संगम पर पुण्य की डुबकी लगाई. हाथ और गले में रुद्राक्ष की माला, हाथ में तांबे की लुटिया लिए प्रधानमंत्री ने मां गंगा की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया, गंगा मैया को चुनरी चढ़ाई, दूध अर्पित किया. नरेंद्र मोदी ने हर डुबकी के बाद रुद्राक्ष की माला से मंत्रों का जाप भी किया.
संगम स्नान और मां गंगा की पूजा अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिशियल X हैंडल पर लिखा, प्रयागराज महाकुंभ में आज पवित्र संगम में स्नान के बाद पूजा-अर्चना का परम सौभाग्य मिला. मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला है. उनसे समस्त देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की.
हाथ में रुद्राक्ष और सर पर हिमाचली टोपी: काले कुर्ते और भगवा पटके व हिमाचली टोपी पहने पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रों और श्लोकों के बीच संगम त्रिवेणी में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की. इसके बाद उन्होंने संगम स्थल पर तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी. वहा मौजूद तीर्थ पुरोहित ने उनका टीका लगाकर अभिनंदन किया. पूजन अर्चन के बाद पीएम मोदी, मुख्यमंत्री योगी के साथ बोट पर बैठकर वापस हैलीपैड की ओर रवाना हो गए.
अमृत स्नान का दिन छोड़कर 05 फरवरी को क्यों किया स्नान: हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय गुप्त नवरात्र चल रहे हैं. बुधवार को भीष्माष्टमी भी थी. गुप्त नवरात्र पर जहां देवी पूजन किया जाता है तो वहीं, भीष्माष्टमी पर श्रद्धालु अपने पुरखों का तर्पण और श्राद्ध भी करते हैं. इसलिए यह दिन खास माना जाता है. तपस्या, ध्यान और साधना के लिए यह दिन विशेष रूप से अनुकूल होता है. जो लोग इस दिन तपस्या, ध्यान और स्नान करते हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती है. यह दिन आध्यात्मिक विकास और आत्म-शुद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है.
सीएम योगी ने पीएम मोदी को महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में दी जानकारी: इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट से वह एमआई 17 हेलिकॉप्टर में बैठकर डीपीएस हेलिपैड पहुंचे. जहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत और अभिनंदन किया. यहां से प्रधानमंत्री अरैल घाट पहुंचे. यहां से विशेष बोट पर सवार होकर उन्होंने त्रिवेणी की सैर की. संगम नोज पर स्नान कर रहे लाखों श्रद्धालुओं की तरफ देखकर, हाथ हिलाकर उनका अभिवादन और स्वागत भी किया. इस दौरान बोट पर उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी दी.
चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नान, रूट डायवर्जन भी नहीं: प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे. प्रधानमंत्री के संगम स्नान के दौरान भी किसी तरह का शहर में डायवर्जन नहीं किया गया था. सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री ने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस आशय की बात की थी कि हमारे संगम स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था रोज की तरह चलती रहनी चाहिए.