पीएम मोदी इस महीने की 30 तारीख को महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में राष्ट्र को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी पहले गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, इसके बाद वह रेडियो के जरिए ‘मन की बात’ कार्यक्रम से जुड़ेंगे. इस बात की सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय ने दी है. संबोधन को पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है. दूरदर्शन भी इसका सीधा प्रसारण करेगा. ‘मन की बात’ प्रधानमंत्री का वो मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है.
अब तक यह कार्यक्रम हमेशा 11 बजे शुरू होता था, लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है. इस बार यह साढ़े 11 बजे शुरू होगा. पीएम मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद, इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी, जिसमें वह विभिन्न मुद्दों पर देश के लोगों से बात करते हैं. पीएम ने पिछले मन की बात’ कार्यक्रम में तमिलनाडु विमान हादसे में घायल हुए कैप्टन वरुण सिंह का जिक्र किया था. जिनका बाद में बेंगलुरु के अस्पताल में निधन हो गया था. पीएम ने कैप्टन वरुण सिंह की उस चिट्ठी की बात की, जो उन्होंने बच्चों के लिए लिखी थी. साथ ही पीएम ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित उन सभी लोगों को याद किया, जिनका हादसे में निधन हो गया था.
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियो, महाभारत के युद्ध के समय, भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा था- ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ यानि गर्व के साथ आकाश को छूना. ये भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य भी है. ऐसा ही एक जीवन रहा ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का. वरुण सिंह भी मौत से कई दिन तक जांबाजी से लड़े, लेकिन फिर वो भी हमें छोड़कर चले गए. वरुण सिंह, उस हेलीकॉप्टर को उड़ा रहे थे, जो तमिलनाडु में हादसे का शिकार हो गया. उस हादसे में हमने, देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कई वीरों को खो दिया.’
कोरोना महामारी का भी किया जिक्र
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में कोरोना महामारी का भी जिक्र किया था. उन्होंने कहा, ‘ये जनशक्ति की ताकत है कि भारत 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका. हम हर मुश्किल समय में एक-दूसरे के साथ परिवार की तरह खड़े रहे. आज विश्व में वैक्सीनेशन के आकड़ों की तुलना भारत से करें तो लगता है कि देश ने कितना अभूतपूर्व काम किया है.’ ओमिक्रॉन वेरिएंट पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोरोना का एक नया वेरिएंट दस्तक दे चुका है. स्वयं की सजगता और अनुशासन कोरोना के इस वेरिएंट के खिलाफ बहुत बड़ी शक्ति है. हमारी सामूहिक शक्ति ही कोरोना को परास्त करेगी.’