नई दिल्ली। ताजमहल में मंगलवार को भगवा वस्त्र पहनकर और दुपट्टे डालकर हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को पुलिस ने रोक लिया। उन्हें थाना हरीपर्वत पर ले आए। इस पर सभी ने थाने में हनुमान चालीसा का पाठ किया। पदाधिकारियों ने पुलिस के रोके जाने पर विरोध प्रकट किया।
विश्व हिंदू परिषद के आशीष आर्य के भगवा वस्त्र पहनकर ताजमहल में प्रवेश कर अंदर हनुमान चालीसा पाठ करने की जानकारी पुलिस को इंटरनेट मीडिया से हो गई थी। मंगलवार सुबह से ही पुलिस सक्रिय हो गई। आशीष आर्य के साथ अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के ताजमहल की ओर जाने की जानकारी मिली तो पुलिस हरीपर्वत और भगवान टाकीज चौराहे पर तैनात कर दी गई। आशीष आर्य के साथ अन्य संगठनों की महिलाएं और युवतियां थीं।
दोपहर 12 बजे पदाधिकारी और कार्यकर्ता गाड़ी से हरीपर्वत चौराहे पहुंचे। पुलिस ने उन्हें रोक लिया और थाना हरीपर्वत ले आये। पुलिस ने उनसे आगे जाने से मना किया। इस पर सभी ने थाने के सभागार में ही हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। पुलिस ने दोपहर 2:30 बजे तक उन्हें थाने में ही बैठाए रखा था।
सेवा भारती की पदाधिकारी रीना सिंह का कहना था कि मुस्लिम युवतियां हिजाब में शैक्षणिक संस्थानों में जा सकती हैं तो हम भगवा वस्त्र पहनकर ऐतिहासिक इमारत में क्यों नहीं जा सकते?