रायपुर:- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल तैयारी में जुट गए हैं. बैठकों के दौर के साथ ही उम्मीदवारों के चयन पर भी विचार शुरू हो गया है. टिकट की चाह रखने वाले नेता भी अपने-अपने वार्डों में सक्रिय हो गए हैं. कुछ नेता रायपुर के नेताओं के पास टिकट के लिए चक्कर काट रहे हैं, तो कुछ दिल्ली से जुगाड़ लगा रहे हैं.
नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस का दावा: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का दावा है कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी और भाजपा को करारी शिकस्त मिलेगी. भाजपा नेताओं को समझ में आ गया है कि जनता का आक्रोश भाजपा सरकार के खिलाफ दिख रहा है.
विधानसभा उपचुनाव के साथ नगरीय निकाय पर कब्जे का दावा: भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी का दावा है कि जो परिणाम विधानसभा और लोकसभा चुनाव में आए हैं, वही विधानसभा उपचुनाव में भी आएगा और नगरीय निकाय चुनाव में भी वही परिणाम देखने को मिलेगा. कांग्रेस को जनता ने मौका दिया था, उस दौरान सरकार के साथ-साथ नगर निगम , नगर पालिका में भी इन्होंने भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी. सारा पैसा गबन कर गए. जितने सामान लगाए थे, वह खराब हो गए. जनता के पास जनता का पैसा नही पहुंचा.
भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी (ETV Bharat Chhattisgarh)
जनता चुनाव का इंतजार कर रही है. जहां भी कांग्रेस के महापौर हैं, उन्हें खदेड़ दिए जाएं. जहां कांग्रेस के पार्षद हैं, उन्हें रिप्लेस किया जाए और भारी मतों से इस बार इस चुनाव में भाजपा जीतने जा रही है- अमित चिमनानी, मीडिया प्रभारी, भाजपा, छत्तीसगढ़
अमित चिमनानी ने यह भी कहा कि 3100 रुपए धान की कीमत एक बार में मिल गई. महतारी वंदन योजना का ₹1000 मिल रहा है. 2 साल का बोनस मिल चुका है. पीएससी घोटाला में जांच की बात थी,उसकी घोषणा हो गई.
भाजपा का दावा है कि विष्णु देव सरकार ने अपने पहले ही वर्ष में लगभग सारे वादे पूरे कर लिए हैं. भूपेश बघेल की सरकार 5 सालों में अपने आधे वादे को भी पूरा नहीं कर पाई थी.
हमने तो 90% से ज्यादा वादे पूरे कर दिए. कांग्रेस का देखने का चश्मा अलग है और वास्तविकता कुछ अलग है- अमित चिमनानी, मीडिया प्रभारी, भाजपा, छत्तीसगढ़
टिकट के लिए बड़े नेता कर सकते हैं दावेदारी: वहीं वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि नगरीय निकाय चुनाव के लिए दावेदारी तो बहुत पहले से ही शुरू हो गई है.
विधानसभा, लोकसभा चुनाव के दौरान ही दावेदारी देखने को मिलना शुरू हो गई थी. दोनों राजनीतिक दल के बड़े कद के नेताओं ने चुनाव को लेकर अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी है और जुगाड़ बैठने में लग गए है, कि किस तरह से टिकट हासिल की जाए. अब देखना होगी पार्टी किसे टिकट देती है और कौन चुनाव लड़ता है.
महापौर चुनाव को लेकर उचित शर्मा क कहना है कि महापौर चुनाव भी इस बार सीधे होने जा रहे हैं. जनता उनको चुनेगी. पिछली बार यह व्यवस्था नहीं थी. हालांकि पिछली बार के पहले यह व्यवस्था जरूर थी, कि जनता महापौर को सीधे चुनती थी.
इस बार चुनाव में चौंकाने वाला नाम हो सकता है. खासकर भाजपा में यह देखने को मिल सकता है. दोनों ही पार्टियों में कई दावेदार हैं. जो पार्षद रहे हैं, वह अपनी दावेदारी कर रहे हैं. नए लोग अपनी टिकट के जुगाड़ में लगे हुए हैं. कांग्रेस की बात करें तो रायपुर नगर निगम में टिकट के लिए कई बड़े नेता दावेदारी करेंगे-उचित शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार
राजनीतिक जानकार का यह भी मानना है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम जिसकी सत्ता है, उसके पक्ष में जाएं. परिणाम कुछ भी हो सकते हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ में 184 निकाय, 14 नगर निगम, 48 नगर पालिका परिषद और 122 नगर पंचायत हैं.