लोकप्रिय यूट्यूबर कामिया जानी के पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश पर विवाद खड़ा हो गया है. पुरी के जगन्नाथ मंदिर के इतिहास और महाप्रसाद की महिमा के बारे में कामिया जानी का वीडियो उनके यूट्यूब चैनल पर प्रसारित हुआ है. बीजेडी नेता वीके पांडियन से वहां उन्होंने बात की. इस पर बवाल हो रहा है. बीजेडी नेता और कामिया जानी के विरोध में जगन्नाथ सुरक्षा अभियान समिति ने प्रदर्शन किया. शनिवार को जगन्नाथ सुरक्षा अभियान समिति के सदस्यों ने हाथों में तख्तियां और पोस्टर लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया.
यूट्यूबर कामिया जानी पर कथित तौर पर बीफ खाने का आरोप लगा है. जगन्नाथ सुरक्षा अभियान समिति के सदस्यों ने बीजेडी नेता वीके पांडियन और कामिया जानी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
उधर, कामिया जानी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. यह भी कहा गया है कि एक राजनीतिक दल पर यूट्यूब प्रभावशाली व्यक्ति का कैमरा लेकर मंदिर में प्रवेश करने का आरोप पूरी तरह से निराधार है.जगन्नाथ सुरक्षा अभियान समिति ने किया प्रदर्शनउनका आरोप है कि वीके पांडियन ने बीफ खाने वाली कामिया जानी को जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश की कैसे इजाजत दी? उन लोगों ने कामिया जानी की बीफ खाते हुए और पुरी के जगन्नाथ मंदिर में खड़े होने की दो तस्वीरों के साथ प्रदर्शन किया.इस बीच, बीजेपी ने विरोध करते हुए कहा कि बीफ खाने वाली जामिया कानी को पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने का कोई अधिकार नहीं है.
उन्होंने धारा 295 के तहत मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की मांग की है. ओडिशा बीजेपी महासचिव जतिन मोहंती ने आरोप लगाया कि कामिया पुरी मंदिर के अंदर एक वीडियो कैमरा ले गईं, जो पूरी तरह से प्रतिबंधित है.बीजेपी ने उठाया सवाल, गिरफ्तारी की मांगकामिया जानी के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा की ओडिशा इकाई ने सवाल उठाया कि जानी को जगन्नाथ मंदिर परिसर में कैसे प्रवेश की अनुमति दी गई है? बीजेपी ने भी उनकी तस्वीरों को ट्वीट किया है.भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओडिशा इकाई ने सवाल उठाया कि उन्हें पुरी में प्रतिष्ठित मंदिर में प्रवेश करने और वीडियो बनाने की अनमति कैसे दी गई. यह हिंदुओं के धार्मिक भावना के साथ आघात हैं. उन्होंने पांडियन एवं जानी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की मांग की.हालांकि कामिया जानी ने बीफ खाने के आरोपों से इनकार किया है.