नई दिल्ली:– उत्तर भारत में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी की मार अब फल-सब्जियों की कीमतों पर भी दिख रही है। इस कारण पिछले एक हफ्ते में कई सब्जियों के दाम डबल हो गए हैं। आजादपुर मंडी में व्यापारियों का कहना है कि गर्मी के कारण सब्जियों का उत्पादन कम हो गया है। जो उपज रहा है, वह खेतों से मंडियों में नहीं पहुंच रही हैं। बढ़ते तापमान के कारण अधिकांश खेतों में सब्जियों की फसल बर्बाद हो रही है, जिससे आवक प्रभावित हुई है।
हरी सब्जियों के पौधे तक जल गए
भीषण तपिश और हीट वेव में आप ही नहीं, खेतों में हरी सब्जियों के पौधे भी जल रहे हैं। दादरी के पास किराये पर जमीन लेकर हरी सब्जी उगाने वाले किसान रामकिशन मौर्या बताते हैं कि हैं कि इस मौसम में चाहे कितना भी पानी दें, लौकी-घीया के बेल जल रहे हैं। भिंडी-टमाटर का पौधा भी झुलस सा गया है। वह सवाल पूछते हैं कि ऐसे पौधों से आप कितना उत्पादन ले सकते हैं? वह बताते हैं कि सुबह-शाम बोरिंग से पानी देते हैं, तब भी पौधे नहीं बच पा रहे हैं। आखिर खुली धूप में इतनी गर्मी सहना नरम-नाजुक पौधों के बस में नहीं है।
क्या है आजादपुर थोक मंडी में भाव
सब्जी 15 दिन पहले का भाव 17 जून का भाव
प्याज 20 40
आलू 20 40
टमाटर 20 40
फूलगोभी 60 80
खीरा 20 40
मटर 100 150
भिंडी 30 60
करेला 40 60
नींबू 100 160
मंडी में गर्मी से सब्जी हो रही खराब
एक तरफ तापमान और तेज धूप की वजह से खेतों में ही हरी सब्जियां के पौधे सूख रहे हैं। जो कुछ सब्जी मंडी तक पहुंच जाती है, वे भीषण गर्मी की वजह से खराब हो रही हैं। टमाटर, घीया, तोरई की फसल नष्ट हो गई है, जिसका असर अब बाजारों पर 50% तक दामों में उछाल देखने को मिल रहा है। पिछले हफ्ते टमाटर के दाम 25 से 30 रुपये किलो था, वह 40 से 45 रुपये किलो पहुंच गए हैं। शिमला मिर्च ₹100 रुपये किलो, नींबू पहले जो 80 से ₹100 रुपये किलो का बिक रहा था वह अब 160 रुपये किलो तक पहुंच गया है। ऐसा ही हाल फलों का भी है। सेब, आम, अनार, पपीता, तरबूज, खरबूजा, मौसमी, नारियल पानी जैसे फलों के रेट में 25 से 30 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है
लोकल सब्जियों की आवक घटी
दिल्ली के आजादपुर सब्जी मंडी में थोक विक्रेता तथा वेजिटेबल ट्रेडर्स असोसिएशन से अनिल मल्होत्रा ने बताया कि बारिश न होने की वजह से आजादपुर मंडी में पहुंची शिमला मिर्च 100 रुपये किलो बिकी है, 10-15 रुपये किलो के हिसाब से बिकने वाली तोरई 25 से 30 रुपये किलो, घीया जो 20 से 25 रुपये किलो था वह 50 रुपये किलो है अब। अदरक 150 से 160 रुपये, एक अन्य व्यापारी घनश्याम ने बताया कि इन दोनों लोकल सब्जियां नहीं आ रही हैं। इसकी वजह से भी सब्जियां में तेजी देखी जा रही है।
टमाटर भी हो गया महंगा
इस समय आजादपुर मंडी में हिमाचल प्रदेश से आने वाले टमाटर का 25 किलो का क्रेट 800 से 1000 रुपये में बिक रहा है। यहां कर्नाटक से भी टमाटर आता है, लेकिन वहीं इस समय टमाटर महंगा है। व्यापारी बताते हैं कि अभी कर्नाटक का हाल यह है कि वहां खेत से ही 40 रुपये के भाव पर टमाटर उठ रहा है। शिमला मिर्च का होलसेल प्राइस हफ्ताभर पहले 50-60 रुपये किलो था, अब 100-110 रुपये किलो है। अदरक 150-170 रुपये किलो चल रहा है।
आलू-प्याज भी इसी राह
जब हरी सब्जी महंगी हो तो लोग आलू पर शिफ्ट कर जाते हैं। लेकिन इस समय आलू भी महंगा हो गया है। एक पखवाड़ पहले जो आलू 15 से 20 रुपये किलो मिल जा रहा था, वह 25 से 30 रुपये किलो हो गया है। नैनीताल या पहाड़ी आलू का भाव तो 40 रुपये किलो या इससे ऊपर है। दरअसल, दिल्ली एनसीआर में आलू मुख्य रूप से यूपी और बंगाल से आता है। जाड़ों में मौसम खराब होने से उपज कम रह गई थी। जो आलू कोल्ड स्टोर से बाहर आ गया है, वह खराब भी हो रहा है। प्याज का भाव भी इस दिनों चढ़ा हुआ है। बताया जाता है कि नासिक की थोक मंडी में ही प्याज 30 रुपये किलो हो गया है। दिल्ली आते-आते यही प्याज 40 रुपये किलो का हो जाता है। खुदरा में तो यह और महंगा बिकता है।