छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन , शिक्षा व कौशल विकास क्षेत्र में कार्य करने वाली एक अग्रणी संस्था में से एक है, कोरोना काल मे हुये लर्निंग लॉस के आपूर्ति के लिये संस्था द्वारा विभिन्न ऑनलाइन उपक्रम चलाये गये, गत वर्षों कोविड के विपरीत परिस्थितियों में समाज हित और जन-जागरूकता में उत्कृष्ट कार्य के लिए जिला प्रशासन धमतरी के द्वारा प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन को सन्मानित किया गया।
शिक्षा सुधार में विशेष योगदान
स्कूल बंद होने के स्कूल पढ़ाई प्रभावित हुई थी, इस दौरान प्रथम ने ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनायें जिसमे विद्यर्थियों को विभिन्न पठन-पाठन सामग्री भेजी गई। जिससे कोविड काल मे विद्यार्थियों ने घर से पढ़ने की विभिन्न गतिविधियों से जुड़े रहें।।
रिडिंग कैम्प
ग्रामीण युवाओं को स्वयंसेवक के रूप में जुड़कर कक्षा का संचालन किया गया। जिसमें कक्षा 3 से 5 के कमजोर बच्चों को स्तर के आधार पर उन्हें धाराप्रवाह पढ़ने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाई स्तर में सुधार किया , सरल से सरल गतिविधियों के माध्यम 10 से 15 दिनों में बच्चे धाराप्रवाह पढना सिखाया गया।
यूथनेट
(शिक्षा के बदले शिक्षा) जरूरतमंद युवाओं को उनके रूची के अनुसार ऑनलाइन विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण , जीवन कौशल कोर्स प्रदान किये गए। कौशल विकास प्रशिक्षण उपरांत युवाओं को रोजगार से जोड़ा गया।
करोना अपनी सुरक्षा अभियान
पांड्यामिक स्थिती में ग्रामीण समुदाय को ऑनलाइन माध्यम वेबिनार, ज़ूम के द्वारा सावधानी सुरक्षा संबंधित जागरूक किया गया। वेबिनार से विशषज्ञों द्वारा सटीक जानकारी तथा भ्रामक गतिविधियों से सावधान रहने के संदेश प्रथम ने दिया।
ऑक्सीजन कॉन्सेंटटर
प्रथम , पिरामल स्वास्थ एवं मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टिट्यूट द्वारा जिला धमतरी प्रशासन को कोरोना संक्रमितो के उपचार हेतु 10 ऑक्सीजन कॉन्सेंटटर प्रधान किया गया।छत्तीसगढ़ राज्य प्रथम यूथनेट कार्यक्रम प्रभारी दिनेश बोरसे ने बताया कि गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर धमतरी जिला प्रशासन द्वारा प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन को कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा, कौशल विकास व कोरोना से अपनी सुरक्षा एवं टीकारण हेतु प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये समान्नित किया गया।।
धमतरी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री प्रतिनिधि के रूप में अनिता शर्मा जी के द्वारा जिला प्रशासन से कलेक्टर महोदय व पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे। प्रथम संस्था की ओर से चंद्रकांत तथा माखन ने सन्मान स्वीकार किया। उपरोक्त जानकारी सुभाष डोंगरे द्वारा दी गई।