नई दिल्ली:- सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई से होने जा रही है. जिसमें अब बस कुछ ही दिन बचे हैं. इस बार सावन महीना सोमवार से शुरू हो रहा है और सोमवार को ही खत्म हो रहा है. सावन में इस बार कई अच्छे योग बन रहे हैं. जिसकी वजह से इस बार पूरा सावन का महीना बहुत शुभ है. साथ ही सावन में जितने भी सोमवार पड़ रहे हैं, उसका बहुत ज्यादा महत्व है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि “इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं और सभी सोमवार में अलग-अलग तरह से तैयार किए हुए शिवलिंग की पूजा करने का बहुत ज्यादा महत्व है. इनको विधि विधान से स्थापित करने और पूजा पाठ करने से विशेष लाभ होगा.
सावन के पहले सोमवार को मिट्टी के शिवलिंग
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि “बहुत दिनों बाद ऐसा मौका मिल रहा है कि सोमवार से सावन माह की शुरुआत हो रही है और सोमवार के दिन से ही उसकी समाप्ति हो रही है. इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं. पहला सोमवार 22 जुलाई को है. इस दिन जो जातक शिव जी की पूजा अर्चना करना चाहते हैं, वो इस बार सावन के पहले सोमवार के दिन काली मिट्टी के शिवलिंग बनाकर विधि विधान से स्थापित करके पूजा अर्चना करें, तो विशेष पुण्य लाभ मिलेगा.”
ऐसे करें मिट्टी के शिवलिंग का निर्माण
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि “एक दिन पहले ही शुद्ध जगह से काली मिट्टी लेकर आएं और उससे कंकड़ पत्थर आदि अलग कर दें. फिर सुबह उसमें थोड़ा गंगाजल दूध डालकर के मिश्रित करें. शिव जी की दिव्य मूर्ति बनाकर और उनके गणों को बनाकर उनके चारों ओर रख लें.”
ऐसे करें स्थापना
ज्योतिष आचार्य कहते हैं कि “मिट्टी का शिवलिंग बनने के बाद उनकी स्थापना करें, दूध दही गंगाजल शहद शक्कर से स्नान कराएं और ध्यान रखें की मिट्टी काली ही होनी चाहिए. प्रथम सोमवार को काली मिट्टी से ही भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग बनाए. जिससे उस घर में दिव्य सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और वहां पर सभी कार्य बनते हैं. घर में सुख शांति बनी रहती है.
ऐसे करें पूजा
शिव जी का पूजन करते समय बेलपत्र, धतूरा का फूल, मदार का फूल और सफेद फूल अवश्य चढ़ाएं. बेल पत्र गिनती में चढ़ाये तो और पुण्य लाभ मिलेगा. जैसे 11 है 21 से 51 है 108 है या 1100 बेलपत्र भी चढ़ा सकते हैं. इसका भी विधान है जितनी उपलब्धता हो सके उतनी बेलपत्र गिनती से चढ़ा सकते हैं. बेलपत्र में तीन ही दल हों, जो कटे फटे ना हों. बेलपत्र चढ़ने के बाद फल व मीठा से भोग लगा दें. इसके बाद आरती करें है और शिवजी की प्रार्थना करें. शिव जी की कृपा पूरे परिवार में बनी रहती है, जो वहां दर्शन के लिए बैठते हैं पूजा में रहते हैं उन पर कृपा होती है.
ऐसे करें अभिषेक
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि “सावन के पहले सोमवार के दिन विधि विधान से शिव जी की पूजा करने के बाद जो काली मिट्टी से शिवलिंग का निर्माण किए हैं उसमें दूध, दही, शहद, शक्कर, गन्ने का रस और सरसों के तेल से विशेष धार लगाएं तो, बहुत पुण्य लाभ मिलता है और शिवजी की कृपा बरसती है शिव जी प्रसन्न होते हैं.”