महिला समूह को वन-धन विकास योजना के तहत दोना पत्तल निर्माण का दिया जाएगा प्रशिक्षण
रायपुर, 23 दिसंबर। मुख्य वन संरक्षक एवं पदेन मुख्य महाप्रबंधक सरगुजा वन वृत्त अम्बिकापुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार उदयपुर में उपयुक्त स्थल पर प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। उदयपुर में पूर्व से संचालित बांस प्रसंस्करण केन्द्र राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 के चौड़ीकरण के दायरे में आने के कारण टूट गया है। इस कारण फिलहाल प्रसंस्करण केन्द्र में संचालित गतिविधियां बंद हैं। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ रायपुर को प्रेषित अपने प्रतिवेदन में उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि वन-धन विकास योजना के अंतर्गत माहुल पत्ता प्रसंस्करण केन्द्र में महिला स्व-सहायता समूह को माहुल पत्ता से दोना पत्तल निर्माण का प्रशिक्षण देकर प्रसंस्करण का कार्य पुनः शुरू कराया जाना है।
मुख्य वन संरक्षक अम्बिकापुर ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया है कि प्रसंस्करण केन्द्र के बकाया विद्युत देयक का भुगतान विभाग द्वारा कर दिया गया है। केन्द्र को पुनः प्रारंभ करने में अब किसी भी तरह का व्यवधान नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रसंस्करण केन्द्र उदयपुर में अगरबत्ती एवं कुल्फी का स्टीक बनाने का कार्य मार्केट में डिमॉड न होने के कारण वर्ष 2012 के पहले से ही बंद है। महिला समूह को माहुल पत्ता से दोना पत्तल के निर्माण का प्रशिक्षण देकर उदयपुर में माहुल पत्ता प्रसंस्करण कार्य फिर से शुरू किए जाने की तैयारी की जा रही है।