
नई दिल्ली : कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जाएगा. पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से इस बाबत अनुमति देने का आग्रह किया गया था, हालांकि सरकार ने मांग खारिज कर दी.
समाचार एजेंसी के अनुसार राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने के आदेशों का हवाला देते हुए अनुमति से इनकार कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर राहुल के साथ पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी होंगे.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ और फिर लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं, ताकि वह हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट सकें. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा, जिसमें कहा गया था कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल छह अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जाएगा.
कांग्रेस ने यूपी सरकार से क्या कहा?
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा था कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख दल (तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है. वेणुगोपाल ने कहा था कि कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति दी जाए. लखनऊ में कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के लखनऊ पहुंचने से जुड़ी सारी तैयारियां की जा रही हैं.
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद वहां जाने के दौरान रास्ते में हिरासत में ली गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा 40 घंटे बाद भी पुलिस की कैद में हैं.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.