श्रीविल्लीपुथुर:- तमिलनाडु के श्रीविल्लपुथुर के अंडाल मंदिर में रविवार को प्रसिद्ध संगीतकार और राज्यसभा सांसद इलैयाराजा को कथित तौर पर मंदिर के पुजारी ने गर्भगृह में जाने से रोका. वहीं, इलैयाराजा के प्रशंसकों ने इस घटना को भेदभावपूर्ण करार दिया.
खबर के मुताबिक, राज्यसभा सदस्यट और संगीतकार इलैयाराजा ने रविवार को विरुधुनगर जिले के श्रीविल्लीपुथुर में अंडाल मंदिर का दौरा किया था. उनके साथ हैदराबाद से चिन्ना जीयर के रूप में जाने जाने वाले सतगोपा रामानुज जीयर और अंदाल मंदिर में मनावाला मामुनिगल मठ के श्री श्री श्री सतगोपा रामानुज जीयर भी थे. इन अतिथियों का भव्य तरीके से स्वागत किया गया.
इससे जुड़े एक वीडियो में देखा गया है कि, इलैयाराजा को मंदिर के गर्भगृह के सामने कथित तौर पर रोका गया. कुछ शब्दों के आदान-प्रदान के बाद, इलैयाराजा, जो अर्थ मंडप की सीढ़ी पार कर चुके थे, वापस आए और दर्शन के लिए दरवाजे के बाहर खड़े हो गए. बता दें कि, अंडाल मंदिर के गर्भगृह में मूलवर की मूर्ति है. वहीं, अर्थ मंडपम में उत्सववर की मूर्तियां हैं. यहां भक्तों को इसके बगल के हॉल से दर्शन की अनुमति है.
खबर के मुताबिक, जैसे ही जीयर्स ने अर्थ मंडपम में प्रवेश किया, उनके साथ आए इलैयाराजा को गर्भगृह में प्रवेश से वंचित कर दिया गया. इस पर उनके प्रशंसकों ने आशंका व्यक्त की कि इलैयाराजा, जिन्हें उनके प्रशंसक महान उस्ताद के रूप में सराहते हैं, के साथ अंडाल मंदिर में भेदभाव किया गया.
इस घटना के बारे मेबात करते हुए, अंडाल मंदिर के हिंदू धार्मिक धर्मार्थ विभाग के कार्यकारी अधिकारी सक्कराय अम्मल ने कहा कि, यह मंदिर में एक नियमित प्रथा है. उन्होंने कहा कि चूंकि उत्सव की मूर्तियां मंदिर के गर्भगृह के सामने अर्थ मंडपम में स्थायी रूप से रखी जाती हैं, इसलिए जीयर्स के अलावा किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं है.
कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि, इलैयाराजा ने बाहर खड़े होकर दर्शन किए. बता दें कि, श्रीविल्लीपुथुर मंदिर का राजगोपुरम तमिलनाडु सरकार की मुहर में चित्रित किया गया है. यह घटना उस समय घटी जब इलैयाराजा मंदिर में दर्शन के लिए गए थे.