नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के पहले महंगाई भत्ता बढ़ाकर केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को तोहफा तो दिया ही है। इस बीच अब केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक और खुशखबरी सामने आई है। बताया जा रहा है कि जुलाई में एक बार फिर केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ सकता है। सरकार महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती है। यदि ऐसा होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ता 54 तक पहुंच जाएगा। नियम है कि महंगाई भत्ते की दर, पचास फीसदी के पार होते ही सरकार को 8वें वेतन आयोग के गठन पर गंभीरता से विचार करना होगा, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई घोषणा नहीं हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नया महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2024 से प्रभावी होगा। ऐलान होने में सितंबर तक का वक्त लग सकता है। इसके बाद इसे सैलरी में जोड़कर दिया जाएगा। मौजूदा DA के अंतर को एरियर के साथ भुगतान होगा। फिलहाल, केंद्रीय कर्मचारियों को 50% महंगाई भत्ता मिल रहा है। इंडेक्स के ट्रेंड को देखें तो 4 फीसदी बढ़ना तय है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता कुल 54 फीसदी हो जाएगा। हालांकि, इससे भी इनकार नहीं है कि महंगाई भत्ते को शून्य किया जा सकता है। स्थिति चाहे जो भी रहे लेकिन महंगाई भत्ते में 4 फीसदी का इजाफा होगा। केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता AICPI इंडेक्स से लिंक होता है। 6 महीने के आंकड़े से तय होगा कि महंगाई भत्ते में कितना उछाल होगा।
महंगाई भत्ता बेसिक में होगा मर्ज
कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में मर्ज होगा। कर्मचारी संगठनों की लंबे समय से मांग थी कि 50% महंगाई भत्ता होने के बाद उसको बेसिक में मर्ज किया जाए। बता दें कि पांचवें वेतन आयोग में एक बार ऐसा किया गया था उसी को देखते हुए सरकार इस बार भी मंहगाई भत्ते को बेसिक में मर्ज करें। लोकसभा चुनावो की समाप्ती के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है। अगर जुलाई से महंगाई भत्ता बेसिक में जुड़ता है, तो आपकी सैलरी और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।