नई दिल्ली:– वैसे तो हेल्थ की जब भी बात आती है तो सामने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का नाम आता है जिसमें 5 लाख रुपये तक का फ्री इलाज मिलता है. अब चुनावों की आहत के बीच दिल्ली सरकार ने इस उम्र के लोगों के लिए पूरी तरह फ्री इलाज कर दिया है चाहें वह सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराएं या फिर प्राइवेट में.
दरअसल, दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को तो लागू नहीं किया है. अब दिल्ली सरकार 60 साल या इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना लेकर आई है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यह योजना सभी बुजुर्गों के लिए है या फिर बाहर से दिल्ली में आकर रह रहे प्रवासियों के लिए भी लागू है. इसके बारे में कई सवालों के जवाब सामने आया है जिससे दिल्ली के नागरिकों को समझने में मदद मिलेगी.
दरअसल, दिल्ली में 2011 की जनगणना के आंकड़े ही अभी पैमाना है. इसके अनुसार दिल्ली में 38.5 फीसदी आबादी का जन्म दिल्ली से बाहर का है. ऐसे में सवाल उठता ही है कि इनके लिए क्या नियम हैं.
इस मामले में स्पष्ट नियम है कि जिन लोगों के पास दिल्ली में स्थाई पते के प्रमाण हैं यानी वोटर कार्ड, आधार कार्ड या राशन कार्ड जैसा कोई डॉक्यूमेंट जिससे यह पता लगता हो कि वह दिल्ली का रहने वाला है. यह साबित होते ही उसे संजीवनी योजना के तहत लाभ मिल पाएगा.
जिन लोगों के पास दिल्ली के निवासी होने का कोई भी प्रमाण या डॉक्यूमेंट नहीं है, ऐसी स्थिति में वह संजीवनी योजना के तहत फायदा नहीं ले सकता. उसे फिर दिल्ली सरकार की आरोग्य कोष योजना के तहत 5 लाख रुपये को फ्री इलाज मिल सकता है लेकिन उसमें भी वोटर कार्ड होना जरूरी है.