नई दिल्ली:- आज हम जानेंगे किसान किन-किन तरीको से जड़-माहु कीट से गेंहू के पौधे को बचा सकते है।
गेंहू की फसल को बर्बाद होने से बचाएं
किसानों के लिए उनकी फसल कितने मायने रखती है, वह किसान से ज्यादा और कोई नहीं समझ सकता है। किसान कितनी मेहनत से फसल को तैयार करता है। वहीं अगर जड़-माहु जैसे कीड़े गेंहू की फसलों में लग जाते हैं तो किसान की टेंशन बढ़ने लगती है। लेकिन आज हम जानेंगे कि किसान कैसे जड़-माहु से अपनी फसलों की सुरक्षा कर सकते हैं। जिसमें सबसे पहले हम घरेलू नुस्खे और उसके बाद कुछ दवाइयों के नाम जानेंगे।
यहाँ जानिये जड़ माहु कीट से गेंहू को बचाने का तरीका
जड़माहू कीड़ों से गेंहू की फसलों की सुरक्षा करने के लिए किसान घरेलू नुस्खे के साथ-साथ कुछ दवाइयां से भी कर सकते हैं। जिसमें घरेलू नुस्खे की बात करें तो नीम का तेल, नीम की पत्तियां इसके अलावा कई तरह के प्राकृतिक तत्व है। जिससे जड़-माहु कीट को भगाया जा सकता है, और इससे कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। लेकिन अगर वही दवाइयां की बात करें तो आइये आपको बताते हैं कि किन चीजों को, कितनी मात्रा में छिड़ककर जड़ माहू कीट का प्रबंध किया जा सकता है।
जड़ माहू कीट से फसलों की सुरक्षा करने के लिए सबसे पहले हमें उनकी पहचान होनी चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार बता दे कि वह हल्के या फिर गहरे पीले रंग के होते हैं। यह पौधों की जड़ों में होते हैं, और उनका रस चूसते हैं। जिन्हें आप पौधा उखाड़ेंगे तो देख पाएंगे। इन कीटों की वजह से पौधे दिन-ब-दिन सूखते जाते हैं, और पौधे में गेहूं नहीं पड़ता। इसके लिए क्लोरोपायरीफॉस, करीब 20%, इ.सी. 1-2 लीटर प्रति हेक्टेयर के हिसाब से/ फिप्रोनिल 0.3%, और जीआर 15 से 20 KG हेक्टेयर, सिंचाई से पहले यूरिया / बालू मिट्टी में खेतो में डालकर / अगर यह नहीं करना चाहते तो इसके अलावा इमीडाक्लोप्रिड 17.8एसएल 200 से 250ML प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़क सकते है।
इसके आलावा एक और उपाय है कि थायोमिथाक्जॉम 25 प्रतिशत, डब्ल्यूजी 100 ग्राम प्रति हेक्टेयर/ क्लोरोपायरिफोस 20% ईसी 1-2 लीटर प्रति हैक्टेयर पानी में मिलाकर खेतों में छिड़क सकते हैं। इस तरह में दवाओं का इस्तेमाल जड़ माहू कीट को भगाने के लिए कर सकते हैं। इन कई सारी दवाइयों में से आप अपनी सुविधा के अनुसार छिड़क सकते हैं।