मध्यप्रदेश:- बोर्ड परीक्षाएं शुरू होनें में कुछ ही महीने का समय बाकी है और इस समय स्टूडेंट्स जोरों-शोरों से तैयारियां कर रहे होंगे. ऐसे में कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो जमकर मेहनत करते हैं लेकिन फिर भी मार्क्स नहीं आते वहीं, कुछ छात्र ऐसे होंगे जो कम मेहनत में ही बढ़िया रिजल्ट ला रहे होंगे. अगर आपको भी आश्चर्य होता है कि ऐसा कैसे हो सकता है तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं. दरअसल आपको स्मार्ट स्टडी करने की जरूरत है।
नहीं होता शॉर्टकट
सबसे पहले तो एक बात समझ लें कि पढ़ाई का, हार्डवर्क का कोई शॉर्टकट नहीं होता. लेकिन कुछ छोटी बातों का ध्यान रखकर आप कम मेहनत में बढ़िया स्कोर करने की कोशिश कर सकते हैं. इसे स्मार्ट स्टडी कहते हैं और ये बोर्ड एग्जाम में बढ़िया अंक दिला सकती है.
इन छोटी-छोटी बातों का रखें ध्यान
सबसे पहले सिलेबस समझ लें और ये देख लें कि कौन से विषय इंपॉर्टेंट हैं. उन पर खास फोकस करें और इन्हें सबसे पहले तैयार करें.
क्लास में लेक्चर के समय से लेकर सैम्पल पेपर सॉल्व करने तक में आपको ऐसे टॉपिक मिल जाएंगे. इन्हें बढ़िया से तैयार कर लें.
तैयारी के समय जिस बात पर ज्यादा फोकस करना है वह है प्रेजेंटेशन. आप आंसर कैसे लिखते हैं, उन्हें कैसे प्रेजेंट करते हैं. कितने ग्राफ और डायग्राम बनाते हैं, ये सब बहुत जरूरी है.
आंसर-राइटिंग प्रैक्टिस के दौरान इन बातों का ध्यान रखें. इससे आपके आंसर ज्यादा मार्क्स दिलाएंगे.
खूब डायग्राम बनाएं, डायग्राम की लेबलिंग करें, ग्राफ, फ्लो-चार्ट जहां जैसी जरूरत हो वो बनाएं और अच्छे मार्क्स पाएं.
प्रैक्टिस पेपर से जमकर प्रैक्टिस करें और टाइम मैनेजमेंट सीखें. ये एक ऐसा गुण है जिसे आपको पढ़ई करने से पहले ही डेवलेप करना है. पेपर समय पर खत्म हो और छूटे नहीं ये बहुत जरूरी है.
रोज के रोज रिवीजन करते चलें. जो तैयार करें उसे बढ़िया से रिवाइज करें वरना पढ़ाई करने का मेहनत करने का कोई फायदा नहीं.
रिवीजन स्ट्रेटजी बनाएं और रोज शुरुआत और एंड रिवीजन के साथ ही करें और इसे बाद के लिए इकट्ठा न करें.
अपने नोट्स बनाएं ये बाद में बहुत फायदा देंगे. अपने खुद का पढ़ने का स्टाइल, टाइम, तरीका फॉलो करें, किसी को कॉपी न करें. आपको जैसे पसंद हो वैसे पढ़ें.
स्मार्ट फोन खासकर सोशल मीडिया कब पूरा टाइम खा जाता है, पता ही नहीं चलता. इनसे दूरी बनाकर रखें.
पिक्चर्स के साथ तैयारी करें, इससे आसानी से चीजें समझ आती हैं.
ग्रुप स्टडी कर सकते हैं और खुद का पढ़ा टॉपिक किसी और को समझाएं, आपका विषय पक्का हो जाएगा.
अपनी बॉडी क्लॉक मेंटेन करें और न ओवर कॉन्फिडेंट हों न ही अंडर कॉन्फिडेंट।