नई दिल्ली। बारिश में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। इसी बीच साइरस पूनावाला ने एक बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि एक साल में डेंगू का इलाज लेकर आएंगे। उत्तराखंड में डेंगू से एक मरीज की मौत हो गई, जबकि 40 के करीब मरीज मिले हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है। देहरादून जिले में मंगलवार को डेंगू के 13 नए मरीज मिले हैं। इनमें से 12 मरीज श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती है। सीएमओ कार्यालय की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक मंगलवार को 1913 लोगों की डेंगू जांच कराई गई है। 13 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 431 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। 49 मरीज अभी अस्पतालों में भर्ती है और 381 मरीज रिकवर हो गए हैं। जबकि, लक्सर में डेंगू पीड़ित 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का मामला सामने आया है। मृतक की पत्नी भी डेंगू पॉजिटिव है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि परिवार के सभी लोगों का ब्लड का सैंपल लेकर जांच की जाएगी। सीएचसी प्रभारी ने बताया कि कस्बे में 27 लोगों में डेंगू का मामला सामने आया था। जिन में से सात लोगों का डेंगू के चलते इलाज चल रहा है। शिवपुरी के लोगों ने बताया कि मोहल्ले के सत्तर वर्षीय बुजुर्ग को 19 अगस्त को बुखार आया था। इसके बाद उन्होंने स्थानीय निजी डॉक्टर से दवा ली थी। हालत न सुधरने पर परिवार के लोग उन्हें कनखल के एक अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे। वहां पर भी उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं आया। उनकी सोमवार को मौत हो गई।
जानकारी मिलने पर सरकारी अस्पताल की टीम मौके पर पहुंची। पता चला कि मृतक बुजुर्ग की पत्नी भी डेंगू पॉजिटिव है। सीएचसी प्रभारी डॉ. नालिद असवाल ने बताया कि मृतक बुजुर्ग के परिवार के सभी लोगों का ब्लड का सैंपल लेकर जांच की जाएगी। बताया कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि बुजुर्ग की मौत डेंगू से हुई है या अन्य किन्हीं कारणों से।रुड़की में चार मरीज मिले रुड़की।
सिविल अस्पताल में अभी तक डेंगू के चार मरीज भर्ती हैं। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में मरीज आ रहे हैं। निजी अस्पताल के संचालक डॉ. अर्पित सैनी ने बताया कि आज उनके अस्पताल में डेंगू के दो मरीज सामने आए। दो अन्य मरीज अलग-अलग अस्पतालों में मिले। शासन ने डेंगू को लेकर सभी जिलाधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। डेंगू की रोकथाम को विशेष इंतजाम किए जाने के लिए कहा गया। सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार ने कहा कि सभी सरकारी, निजी संस्थानों, शिक्षण संस्थानों, होटल, रिजॉर्ट, रेस्तरां, शॉपिंग काम्प्लेक्स से शपथ पत्र लिया जाए कि उनके यहां कहीं भी पानी जमा नहीं है। जिसमें की डेंगू का मच्छर पनप सके। जिन संस्थानों ने इंतजाम नहीं किए हैं, उन पर आर्थिक दंड लगाया जाए। स्कूलों में विशेष रूप से नजर रखी जाए। गाइड लाइन का सख्ती से पालन कराया जाए। अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड में मच्छरदानी की व्यवस्था हो। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।