मध्य प्रदेश के सीहोर के कथावचक पंडित प्रदीप मिश्रा जिन्हें ‘सीहोर वाले बाबा’ के नाम से भी जाना जाता हैं । वे कथा के साथ ही वे जीवन को सुखी बनाने के लिए छोटे छोटे उपाय भी बताते हैं इस कारण भी वे बहुत लोकप्रिय हैं। उनका ‘एक लोटा जल सभी समस्याओं का हल’ सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मूल मंत्र है। श्रद्धालु ये भी कहते है कि पंडित मिश्रा रुद्राक्ष भी अभिमंत्रित करके देते है जिससे लोगों के रोग दूर हो जाते है।
सीहोर वाले बाबा को कई चिट्ठियां भी आती है। इन चिट्ठियों को वह भरे मंच से पढ़ते भी है। तो वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक पत्र पढ़ते हुए बताया कि कैसे एक महिला के पशुपति व्रत करने से उसकी समस्या का निवारण हुआ। चिट्ठी में लिखा कि बाबा जी हम लोग 1995 से यहां रह रहे है। गुरूदेव हमारे पास हमारा खिद का मकान नहीं था। इतना कुछ था भी नहीं जिससे खुद का मकान खरीदा जाए। लेकिन एक सहेली ने एक वीडियो भेजा जिस के माध्यम से आपके बारे में पता चला।
इस वाक्य में पशुपति व्रत का वर्णन है। सहेली ने महिला को इस व्रत को करने के लिए कहा। उस वीडियो से पहले मैं आपको नहीं जानती थी न ही आपका नाम जानती थी और न ही आपको कभी सुना था न देखा था। सिर्फ वह क्लिप सुनी थी। जिसके बाद उस वीडियो के माध्यम से ये व्रत किया बाबा की कृपा देखिए गुरू देव न कोई पैसों की व्यवस्था नहीं, कोई धन नहीं, कोई वैभव नहीं था। पहला व्रत करके दरवाजे पर आकर दिया जलाया है और उसी रात पति ने आकर बोला कि मेने एक मकान बुक कर दिया है। केवल दरवाजे पर एक दिया जलाया और पति ने मकान बुक कर दिया। इसके बाद पत्नी ने पति से पूछा की पैसे की व्यवस्था कैसे होगी तो पति ने कहा कि चिंता मत करो कही न कही से कुछ न कुछ तो होगा ही, कुछ करेंगे उधार लेंगे या फिर लोन ले लेंगे। लेकिन दूसरा व्रत करके आई तो पति ने कहा कि उधार लेने की कोई जरूरत नहीं है बाबा ने उसकी व्यवस्था कर दी है और मकान ले लिया है। ये शिव तत्व है।